मुंबई । राजनीति में वंशवाद की बातें अमूमन चर्चा का विषय बनती रहती हैं। इसी बीच एक नई खबर सुर्खियों में है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपने 12 साल के बेटे को राजनीति में उतारने के लिए नई रणनीति बनाई है। अठावले ने वंशवाद के तहत अपने बेटे को भी राजनीति में लाने के लिए पार्टी की बाल शाखा का गठन कर दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने 12 साल के बेटे जीत को इस बाल शाखा का मुखिया भी बना दिया है। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (A) की ओर से जारी एक बयान के अनुसार अठावले ने पूर्वी मुंबई के चेंबूर में बेटे जीत की देखरेख में बाल शाखा के गठन की घोषणा की।
बता दें कि अठावले के इस 12 वर्षीय बेटे जीत ने बाल शाखा के अन्य पदाधिकारियों की भी नियुक्ति कर दी है। हालांकि अभी ये सभी बच्चे हैं लेकिन पार्टी का मानना है कि इन बच्चों के बड़े होने पर ये सभी पार्टी की सीनियर विंग के पदाधिकारी बनेंगे। अब भले ही अठावले ने इस बाल शाखा के गठन की घोषणा तो कर दी है लेकिन अभी इस बात का खुलासा नहीं किया है कि यह शाखा किस तरह काम करेगी या किस तरह राजनीति में सक्रिय होगी।
विदित हो कि 57 वर्षीय रामदास अठावले मोदी मंत्रिमंडल में सामाजिक न्याय मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं। हालांकि इस समय वह राज्यसभा सांसद हैं, लेकिन महाराष्ट्र की पंढरपुर लोकसभा सीट से वह लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं।