ताइवान। भारत के हर हिस्से में अमूमन पावर कट एक आम समस्या है। घंटों बिजली का ना आना आम बात है और खास बात ये कि जनता इस बिजली कट को अपनी दिनचर्या का हिस्सा मानती है। अगर आपसे ये कहा जाए कि बिजली कटौती होने पर किसी मंत्री जी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया तो शायद आप चौंक जाएंगे। चौंकना लाजमी भी है क्योंकि भारत जैसे देश में बड़े बड़े घाटाले और कांड कर चुके नेता अपने आप को हमेशा पाक-साफ की बताते हैं और उनके खिलाफ प्रचार को दूसरे दलों की साजिश। लेकिन बिजली कटौती पर मंत्री जी ने इस्तीफा तो दिया ही है, हालांकि मंत्री जी भारत के नहीं बल्कि ताइवान के हैं। जहां तकनीकी खामी के चलते कुछ घंटे बिजली कटौती किए जाने से अपराध बोध का महसूस करने पर वहां के आर्थिक मामलों के मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
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चलिए पूरा मामले को विस्तार से बताते हैं। असल में मंगलवार शाम को ताइवान के लाखों घरों, मॉल, दुकानों और ऑफिसों की बिजली शाम के समय गुल हो गई। इसके चलते सड़कों पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। कारण सामने आया कि बिजली संयत्र का जनरेटर खराब गया था, जिसके चलते यह समस्या पैदा हुई थी। इस पूरी घटना से शर्मसार हुए आर्थिक मामलों के मंत्री ली चिह कुंग ने अपनी गलती मानी। उन्होंने बाद में एक पत्रकार वार्ता बुलाकर अपनी गलती माफी की मांगी और पद से इस्तीफा दे दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस समस्या के कारण से जुड़े संबंधित दोषी अफसरों पर भी कार्रवाई के लिए कह दिया गया है।
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हालांकि बाद में सरकारी बयान में यह बात भी कही गई कि संचालन संबंधी एक तकनीकी खामी के चलते देश के सबसे बड़े प्राकृतिक गैस विद्युत संयंत्र ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके चलते कई लोगों को बिजली संकट से जूझना पड़ा।