नई दिल्ली । करोलबाग के 25 साल पुराने होटल अर्पित पैलेस में मंगलवार तड़के आग लगने से 17 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कुछ लोगों का दिल्ली के अस्पतालों में इलाज जारी है। मरने और घायलों में कुछ विदेशी लोग भी शामिल हैं। अब खबर आ रही है कि इस अग्निकांड का कारण होटल की लकड़ी से साज सज्जा रही, जिसके चलते आग इतनी तेजी से भड़की की अपने कमरों में सो रहे लोगों को बचने का कोई मौका ही नहीं मिला। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जहां होटल की सीढ़ियां लकड़ी की बनी थीं, वहीं होटल के काफी इलाके पर साज सज्जा के लिए लकड़ी का काम करवाया गया था । होटल में शार्ट सर्किट से लगी आग के चलते लड़की ने तेजी से आग पकड़ी और 17 लोगों को हमेशा के लिए सुला दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मरने वालों में अधिकतर की मौत दम घुटने से हुई है। बहरहाल, अभी भी कई घायलों की स्थिति अभी भी काफी गंभीर है, मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
कमरों की फ्लोरिंग से लेकर गैलरी में लकड़ी का काम
जानकारी के मुताबिक, होटल की जिस तीसरी और चौथी मंजिल में आग लगी थी उनपर लकड़ी का काफी काम किया गया था। कमरों में जहां फ्लोरिंग और सीढ़ियां भी लकड़ी की थीं। इतना ही नहीं गैलरी में भी काफी काम लकड़ी से किया गया था। इसके अलावा कमरों में भी लड़की का काम था। होटल में सीढ़ियां भी काफी संकरी थी, जिसके चलते लोगों को उतने में भी काफी आफत आई।
धुएं ने घोंट दिया लोगों का दम
तीसरे और चौथे फ्लोर पर लगी आग लकड़ी होने के चलते तेजी से भड़क गई थी। वहीं लकड़ी जलने से उठने वाला धुआं लोगों के लिए ज्यादा घातक साबित हुआ। खबरों के अनुसार, मरने वालों में जहां कुछ लोग आग से झुलकर मारे गए , वहीं 17 में से कई लोग दम घुटने के चलते मारे गए।
म्यांमार -कोच्चि से घूमने आए थे लोग
अभी मिली जानकारी के मुताबिक इस होटल में सोमवार को म्यांमार और कोच्चि से दिल्ली घूमने आए लोग ठहरे हुए थे। मरने वाले लोगों में भी ज्यादातर कोच्चि से आए वो पर्यटक हैं, जो मंगलवार को दिल्ली दर्शन पर निकलने वाले थे। अचानक कमरे में आग लगने की सूचना पर जहां कुछ लोग कुछ नहीं कर पाए, वहीं कुछ लोगों ने अपने कमरों की खड़कियों से कूदने की कोशिश कीं, लेकिन वह बच नहीं पाए।
35 लोगों को सुरक्षित निकाला
होटल में आग लगने की सूचना पाते ही एकाएक चीख-पुकार मच गई। कुछ लोग ऊपर से अपने बच्चों को बचाने की गुहार लगाते नजर आए। लेकिन आग की चपेट में आने से एक बच्चे सहित 17 लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से झुलसे हैं। वहीं, फायरकर्मियों ने अबतक करीब 35 लोगों को बाहर निकाल लिया है। अब तक राममनोहर लोहिया अस्पताल में 17 मृतकों को लाया गया है। आरएमएल, लेडी हार्डिंग के अलावा कुछ घायल गंगाराम अस्पताल भी ले जाए गए हैं।
होटल में अवैध था बार -रेस्तरां
होटल में हुए अग्निकांड के बाद अब खबरें आ रही है कि इस होटल में बार और रेस्तरां अवैध तरीके से चल रहे थे। दिल्ली की आप सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस घटना के बाद करोलबाग के सभी होटलों में फायर सेफ्टी को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। मंत्री ने कहा कि भवन उप नियमों की जमकर अनदेखा की गई है। 4 की जगह बिना अनुमति 5 मंजिला इमारतें बन गई हैं।