नई दिल्ली /चंडीगढ़ । राम रहीम के समर्थकों द्वारा पंचकुला में हिंसक प्रदर्शन करने और इस सब को रोक पाने में असफल साबित होने वाली हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री मनोहल लाल खट्टर ने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से उनके निवास पर मुलाकात की। हालांकि हमने पहले ही इस बात का खुलासा किया था कि राज्य सरकार की इतनी बड़ी लापरवाही के बावजूद खट्टर को पद से नहीं हटाया जाएगा और हुआ भी वही। अमित शाह से मुलाकात के बाद बाहर निकले खट्टर ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि उन्होंने हाईकोर्ट के फैसले का पूरा सम्मान किया। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर उन्होंने संतुष्टि जताई। कहा, जिसको इस्तीफा मांगना है वह मांगते रहें। हमने अपना काम अच्छी तरह से किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने राम रहीम से कोई डील नहीं की थी।
असल में डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों द्वारा पंचकुला कोर्ट के राम रहीम को दुष्कर्म का दोषी करार दिए जाने के बाद जमकर हंगामा किया था। इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान राम रहीम समर्थकों ने सैकड़ों वाहन फूके तो कई सरकारी दफ्तरों को भी आग के हवाले कर दिया था। इस दौरान हुई हिंसक झड़पों में करीब 32 लोगों की मौत हुई, जबकि सैकड़ों घायल हुए। इस सब से पहले राम रहीम समर्थकों के धारा 144 लगी होने के बावजूद पंचकुला में प्रवेश करने और हिंसा की तैयारी के मद्देनजर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने खट्टर सरकार को जमकर फटकार लगाई थी। हालांकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस मामले को निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को सही ठहराया था।
इस पूरे कांड के बाद बुधवार सुबह खट्टर अमित शाह से मिलने उनके घर पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात के बाद मनोहर लाल आत्मविश्वास से भरे दिखे। मनोहर ने हिंसा पर अमित शाह को रिपोर्ट भी सौंपी है। उनके घर के बाहर निकलने के बाद खट्टर ने कहा कि मैंने कोर्ट के फैसले का पूरा सम्मान किया। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर उन्होंने संतुष्टि जताई। कहा, जिसको इस्तीफा मांगना है वह मांगते रहें। हमने अपना काम अच्छी तरह से किया।