नई दिल्ली/ लखनऊ । समाजवादी पार्टी के भीतर मचा घमासान खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। पार्टी के मुखिया रहे मुलायम सिंह ने कभी बार गतिरोध खत्म हो जाने का दावा किया लेकिन सोमवार को खुद ही अपने और बेटे के बीच जारी गतिरोध को जनता के सामने रख दिया। उन्होंने कहा-मैंने बीबी-बच्चों का हवाला देते हुए उसे मिलने के लिए तीन बार बुलाया था। वह इस पर आया तो पर मेरी बात शुरू होने से पहले ही वहां से चला गया। अगर वह मेरी नहीं सुनेगा तो मैं उसके खिलाफ चुनाव लड़ुंगा।
दूसरों के हाथों में खेल रहा
अपना दर्द मीडिया के सामने रखते हुए मुलायम सिंह ने कहा कि मेरा बेटा दूसरे के हाथों में खेल रहा है। वह रामगोपाल के इशारे पर काम कर रहा है। अखिलेश हमारा बेटा है लेकिन मुझे मालूम नहीं था कि वह विरोधियों के साथ मिल जाएगा। असल में अखिलेश ने जो किया है उससे संदेश गया है कि वह मुसलमान विरोधी है। बहरहाल, अब सूबे के मुख्यमंत्री और हमारे बेटे अखिलेश को सोचना पड़ेगा कि वह अपने पिता का साथ दे या रामगोपाल का।
मैं पार्टी और साइकिल को बचाऊंगा
मुलायम सिंह ने इस दौरान कहा कि हम लोग फिर बहुमत की सरकार बनाएंगे और माइनॉरिटी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। यूपी में पहली बार बस्ती बसाई गई थी वो हमने बसाई थी। उन्होंने कहा, मैं अपनी पार्टी और साइकिल को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहा हूं। हालांकि उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए कहा कि चुनाव आयोग साइकिल के चुनाव चिन्ह को लेकर जो भी तय करेहा हम उसे स्वीकार करेंगे।