पटना।
बिहार की नई सरकार को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। भ्रष्टाचार को लेकर महागठबंधन से नाता तोड़ने वाले नीतीश कुमार की नई सरकार के तीन-चौथाई मंत्री आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। इन मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे लंबित हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार मंत्रिमंडल में 29 मंत्रियों में 22 मंत्री ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें नौ मंत्री ऐसे हैं, जिनके विरुद्ध गंभीर प्रकृति के मामले दर्ज हैं। इन मंत्रियों ने स्वयं अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मुकदमों का ब्योरा चुनाव आयोग को सौंपा है
रिपोर्ट में कहा गया है कि एनडीए के नए मंत्रिमंडल में शामिल नौ मंत्री केवल आठवीं से 12वीं तक पढ़े हैं। इसके अलावा केवल 18 मंत्रियों ने स्नातक और उससे ऊपर की शिक्षा ग्रहण की है। नए मंत्रिमंडल में केवल एक महिला को स्थान दिया गया है। महागठबंधन की सरकार में दो महिलाओं को मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी।
घटे करोड़पति मंत्री
रिपोर्ट के अनुसार, नए मंत्रिमंडल में करोड़पति मंत्रियों की संख्या घट गई है। महागठबंधन की सरकार में जहां करोड़पति मंत्रियों की संख्या 22 थी, वह अब यह 21 हो गई है। अगर नए मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों की आर्थिक हैसियत देखी जाए तो प्रति मंत्री के पास 2.46 करोड़ की संपत्ति है।