पंचकुला । पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में पचकुला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दे दिया है। इतना ही नहीं कोर्ट ने राम रहीम समेत चारों दोषियों को पत्रकार की हत्या के मामले में दोषी करार दिया है। कोर्ट का फैसला आने के बाद इलाके की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए कोर्ट के चारों और पूरे पंचकुला में अलग अलग जगहों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। कोर्ट अब दोषियों की सजा का ऐलान 17 जनवरी को करेगी। बहरहाल , 16 साल पुराने इस मामले में अब जाकर पीड़ित परिवार को न्याय मिला है। पत्रकार रामचंद्र के बेटे ने इस लंबी लड़ाई के अंत में न्याय मिलने पर सच की जीत करार दिया है।
बता दें कि 2003 के इस प्रकरण में अब जाकर पीड़ित परिवार को न्याय मिल सका है। पत्रकार रामचंद्र वो पहले पत्रकार थे, जिन्होंने डेरा में साधवी के साथ दुष्कर्म की खबर को अपने अखबार में छापा था। इसके बाद साध्वी की 3 पेजों की चिट्ठी तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के पास भी पहुंची थी। इस दौरान रामचंद्र लगातार इस मामले में खबर छापते रहे, जिसके चलते उन्हें जान से मारने की धमकी मिलती रही थी। हालांकि इस दौरान किसी के पास इतना हौंसला नहीं था कि कोई रामचंद्र के साथ खड़ा होता। एक दिन कुछ बदमाशों ने रामचंद्र को गोलियों से भून उनकी हत्या कर दी थी।
बहरहाल, पिछले 16 सालों से पीड़ित परिवार मुखर होकर राम रहीम के खिलाफ सबूत जुटा रहा था। हत्या के बाद तीन आरोपियों को 2003 में ही गिरफ्तार कर लिया था लेकिन राम रहीम पर हाथ डालने का दम किसी ने नहीं दिखाया था।
वहीं कोर्ट के फैसले से पहले रोहतक रेंज के आईजी संदीप खिरवार का कहना है, 'जेल के आसपास हमने कड़ा सुरक्षा घेरा बनाया है। 500 पुलिसकर्मियों के साथ ही ड्रोन को भी निगरानी के लिए लगाया गया है। हम किसी भी तरह लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं देंगे। हम सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो।'
इससे इतर पंचकूला में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट का सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है। कोर्ट परिसर और आसपास का इलाका छावनी में तब्दील हो गया है। यौन शोषण केस में राम रहीम को सजा के बाद पिछली बार हुई हिंसा को देखते हुए प्रशासन की तरफ से चाक-चौबंद सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। सुनवाई के दौरान मीडिया को बाहर रखा गया था।