नई दिल्ली । दुनिया के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला कंपनी के मालिक एलन मस्क ने सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर खरीदने के साथ ही फ्री स्पीच को लेकर बहस तेज कर दी है. ट्विटर ने सोमवार को कंपनी की सौ फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के एलन मस्क के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, इसके साथ ही उनका इस कंपनी का मालिक बनना तय हो गया. हालांकि, सौदे की औपचारिकता पूरी होने में अभी समय लगेगा लेकिन सौदे को मंजूरी के साथ ही एलन मस्क ने ट्विटर में कुछ नए बदलावों के संकेत देते हुए एक बार फिर फ्री स्पीच की वकालत की है.
बदलाव के संकेत से हंगामा
ट्विटर खरीदने के साथ एलन मस्क ने इसमें बदलाव के जो संकेत दिए हैं, वो ज्यादातर ट्विटर को ट्रांसपैरेंट और सुरक्षित बनाने से जुड़े हैं. वह ओपन सोर्स एल्गॉरदिम की हिमायती हैं ताकि लोगों को पता चल सके कि उनका ट्वीट प्रोमोट हो रहा है या डिमोट. इससे फेक एकाउंट पर रोक लगाने में मदद मिलने की बात भी कही जा रही है. मस्क ने स्पैम बॉट खत्म करने पर भी जोर दिया है. हालांकि, सोशल मीडिया पर जिस बात को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, वो है फ्री स्पीच. ट्विटर बोर्ड की बैठक के बाद एलन मस्क ने अपने एक ट्वीट में कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था ठीक से काम करे इसके लिए बोलने की आजादी होना जरूरी है. फ्री स्पीच से आशय स्पष्ट करते हुए एलन मस्क कहते हैं, ‘उम्मीद है कि मेरे सबसे कट्टर आलोचक भी ट्विटर पर बने रहेंगे क्योंकि फ्री स्पीच का मतलब यही है.’
अभद्र भाषा बढ़ने की जताई जा रही आशंका
मस्क के इस ट्वीट के जवाब में कंसल्टेंट और लेखक आदि गैस्केल ने लिखा, ‘उम्मीद है आप भ्रामक सूचनाएं फैलाने वाला प्लेटफॉर्म नहीं बनेंगे क्योंकि फ्री स्पीच का यह मतलब कतई नहीं होता है.’ वहीं, मानवाधिकार समूहों ने भी फ्री स्पीच वाले उनके बयान को लेकर चिंता जताई. क्योंकि उन्हें आपत्तिजनक बयानों पर नियंत्रण न होने से सोशल मीडिया पर अभद्र और मानवाधिकारों का हनन करने वाली भाषा बढ़ने की आशंका सता रही है. आपत्तिजनक ट्वीट, फेक न्यूज आदि को लेकर ट्विटर की तरफ से संबंधित ट्वीट को हटाने या यूजर्स को ब्लॉक करने की प्रक्रिया जाती रही है. इसके बावजूद आपत्तिजनक कंटेंट, हेट स्पीच की भरमार एक बड़ी समस्या बनी रही है. गौरतलब है कि कंटेंट पर कोई नियंत्रण न होने को लेकर भारत की तरफ से कई बार आपत्ति जताई जा चुकी है.
कितने में खरीदी कंपनी
एलन मस्क और ट्विटर के बीच यह करार 44 बिलियन डॉलर यानी करीब 3369 अरब रुपयों में हुआ है. मस्क ने ट्विटर इंक के शेयर 54.20 प्रति शेयर के हिसाब से खरीदे हैं. अभी तक ट्विटर एक पब्लिक कंपनी थी और इस सौदे को अंतिम रूप दिए जाने पर यह एलन मस्क के स्वामित्व वाली प्राइवेट कंपनी बन जाएगी. गौरतलब है कि मस्क ने पूर्व में ट्विटर में बदलाव की जरूरत बताते हुए कहा था कि इसके लिए इसे निजी कंपनी बनाना होगा. मस्क पूर्व में यह भी कह चुके हैं कि वो कंपनी खरीदने के बाद इसके यूजर्स को ऑथेंटिकेट करने की दिशा में कदम उठाएंगे. यानी सभी यूजर्स असली होंगे, फेक आइडेंटिटी को खत्म किया जाएगा. अब देखना होगा कि मस्क अपने वादे पर कितना खरे उतर पाते हैं.