मेरठ । दिल्ली मेरठ के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों ने कई सालों पहले जो सपना देखा था , वह गुरुवार को पूरा हो गया । पीएम मोदी के बहुप्रतिक्षित ड्रीम प्रोजेक्ट दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को गुरुवार सुबह विधिवत रूप से यात्रियों के लिए खोल दिया गया । इसके बाद लोगों ने दिल्ली से मेरठ का 60.4 किमी का सफर इस एक्सप्रेस-वे की मदद से 45 मिनट में पूरा किया । इस एक्सप्रेस वे पर अभी टोल की दरें तय नहीं है , जिसके चलते अभी इस पर यात्रियों से टोल नहीं वसूला जा रहा है ।
विदित हो कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को लेकर एनएचएआइ के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग ने कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को 1 अप्रैल से मेरठ तक वाहनों के लिए खोल दिया गया है । ऐसा अनुमान है कि आज पहले ही दिन इससे 50 हजार वाहन गुजरेंगे , लेकिन आने वाले समय में यहां से प्रतिदिन 1 लाख वाहनों के जाने की संभावना जताई गई है ।
उन्होंने कहा कि , इस एक्सप्रेस वे पर अत्याधुनिक तकनीक आधारित एएनपीआर सिस्टम के जरिए टोल वसूली होगी। आपातकाल में मदद के लिए इमरजेंसी काल बाक्स लगाए गए हैं। वाहनों की स्पीड नियंत्रण के लिए भी कैमरे लगाए गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार , टोल वसूलने के लिए आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर सिस्टम (एएनपीआर) का इस्तेमाल करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। 8,346 करोड़ की लागत से तैयार हुए एक्सप्रेस-वे के चार चरणों की डिजायन लंबाई 85 किलोमीटर व वर्तमान लंबाई 82 किलोमीटर है। दिल्ली के निजामुद्दीन से यूपी गेट, यूपी गेट से डासना और डासना से मेरठ तक के मुख्य तीन चरणों की लंबाई 60.4 किलोमीटर है। इस हिसाब से दिल्ली से मेरठ तक का सफर अब मात्र 45 मिनट में पूरा होगा। डासना से हापुड़ बाइपास के तीसरे चरण को भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा माना गया है। इसकी लंबाई 21 किलोमीटर है।