नई दिल्ली । लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बिहार में NDA के सीट बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दिनों सीट बंटवारे से नाराज जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की और अपने लिए भाजपा के बराबर सीटों की मांग की, जिसपर मुहर लग भी गई है। इस सब से नाराज रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाह ने अमित शाह का मुलाकात का न्योता ठुकरा दिया था। हालांकि अब कहा जा रहा है कि सोमवार शाम से पहले वह दिल्ली आकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करेंगे। इस दौरान दोनों नेता बिहार में सीट बंटवारे के मुद्दे पर फिर से चर्चा करेंगे। रालोसपा अपने लिए ज्यादा सीटों की मांग कर रही है, जबकि एनडीए में उसे बेहद कम सीट दिए जाने की रणनीति बन रही है।
बता दें कि बिहार में एनडीए की सहयोगी पार्टी रालोसपा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाह ने अपने लिए लोकसभा चुनावों में सम्मानजनक सीटें मांगी है। भाजपा और जदयू के सीटें बराबर बांटने के बाद कुछ सीटें अन्य सहयोगी दलों को देने की खबरों के बाद कुशवाह ने अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। यह कारण था कि वह राजद नेता तेजस्वी यादव से भी मिल लिए। इतना ही नहीं पार्टी के महासचिव माधव आनंन ने साफ कह दिया कि अगर उन्हें एनडीए में रहते हुए सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो वह अन्य राजनैतिक विकल्पों के साथ जाने पर विचार करेगी।
इन बयानों के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले दिनों कुशवाह को मिलने के लिए दिल्ली बुलाया था लेकिन कुशवाह ने यह कहते हुए शाह का प्रस्ताव ठुकरा दिया था कि वह 29 अक्तूबर से पहले नहीं आ सकते । इसके बाद अब खबर है कि वह आज शाम को अमित शाह के साथ मुलाकात कर अपने लिए सीटों पर चर्चा करेंगे।
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में रालोसपा ने भाजपा के साथ लड़ते हुए तीन सीटें जीती थीं। इस बार भी पार्टी अपने लिए कम से कम तीन सीटों की मांग कर रही है, लेकिन मौजूदा सियासी समीकरणों पर नजर डालें तो भाजपा उन्हें ये सीटें नहीं दे पाएगी।