नई दिल्ली । केंद्र सरकार द्वारा पिछले दिनों सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की शुरुआत की , जिसपर जमकर सियासत होने के बाद कई राज्यों में आगजनी और हंगामा भी हुआ। कुछ लोगों ने इस स्कीम पर राजनीति करते हुए इसे युवाओं के लिए एक अव्यवहारिक योजना करार दिया । हालांकि अब जिस तरह से इस स्कीम के तहत आवेदन के आंकड़े सामने आ रहे हैं, उसने साफ कर दिया है कि पिछले दिनों इस योजना को लेकर हुई आगजनी राजनीति से प्रेरित थी । असल में भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) ने जानकारी दी है कि "अग्निपथ" भर्ती योजना के तहत उन्हें 7.5 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं । इंडियन एयर फोर्स द्वारा अग्निवीर वायु भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 24 जून से शुरू की गई थी. जो कि 5 जून को समाप्त हो गई।
वायुसेना द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार , उन्हें कुल 7,49,899 अभ्यर्थियों ने आवेदन मिले हैं। वायुसेना ने भर्ती के लिए पंजीकरण समाप्त होने के बाद ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी है , इस बार पूर्व में आए आवेदनों की तुलना में करीब 1.15 लाख ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं।
विदित हो कि इस वर्ष 14 जून को सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत करते हुए कहा था कि साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए शामिल किया जाएगा। जबकि चुने गए जवानों में से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा के लिए शामिल किया जाएगा । हालांकि इस योजना के खिलाफ देश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुए थे , जिसके बाद सरकार ने 16 जून को इस योजना के तहत भर्ती के लिए अधिकतम आयु सीमा को वर्ष 2022 के लिए 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दिया था ।