हैदराबाद।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। इस बार उन्होंने पीएम मोदी सहित देश की संसद पर भी सवाल उठाए। ओवैसी ने कहा कहा कि संसद में मुसलमानों के खिलाफ कानून बनते हैं। एक जनसभा को संबोधित करते हुए अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों की बर्बादी के कानून सड़कों और गली—मोहल्लों में नहीं बनते, बल्कि वह संसद और विधानसभाओं में बनते हैं।
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वह यहीं नहीं रुकेे, उन्होंने देश की विधायिका पर कई तीखे प्रहार किए और कहा कि अगर मुसलमान उठ जाए, एक हो जाए, तो मैं अपने अनुभव से कह रहा हूं कि हमें किसी के रहम और करम की जरूरत नहीं है। हमारा भाई खुद अपने भाईयोंके वोट से कम से कम 50 लोकसभा सीटें जीत सकता है। इतना ही नहीं, उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के लिए भी अपने बयान में अपशब्दों का इस्तेमाल किया।
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जनसभा में ओवैसी ने कहा कि आज मुल्क के सेकुलर लोग कहां हैं। अखलाक को मारा गया, नोमान को मारा गया, जुनैद को मारा गया, टोपी पहनना गुनाह है क्या? मुसलमान होना गुनाह है क्या? ओ विश्व हिंदू परिषद वालो, आरएसएस वालो, नरेंद्र मोदी सुन लो ये मुल्क किसी एक का नहीं है, ये जितना तेरा है, मुल्क मेरा भी है। अगर हिंदू तिलक लगाकर घूम सकता है तो मुसलमान भी टोपी पहन सकता है।
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यह पहली बार नहीं है, जब अकबरुद्दीन ओवैसी ने इस तरह से धर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का काम किया है। वो पहले भी ऐसे विवादित बयान देते रहे हैं। इसी साल मार्च में अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि हालांकि, भारत की राजधानी दिल्ली है लेकिन अगर भारतीय मुस्लिमों की वास्तविक राजधानी की बात करें तो वह हैदराबाद है। भारतीय मुस्लिमों के लिए सोच और तर्क यहीं से जाते हैं।