लखनऊ। उत्तरप्रदेश सरकार ने घटिया निर्माण करने वाले इंजीनियरों पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आवास विकास परिषद ने गाजियाबाद के शिखर एनक्लेव में घटिया निर्माण के मामले में 12 इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है। साथ ही घटिया निर्माण कराने वाली फर्म को काली सूची में डालने एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि यह कार्रवाई घटिया निर्माण और अधिक भुगतान की शुरुआती जांच के बाद की गई है।
गौरतलब है कि आवास आयुक्त अजय चैहान ने बताया गाजियाबाद के सेक्टर-15 में निर्माणाधीन शिखर एनक्लेव के फ्लैट खरीदारों ने निर्माण कार्य, लिफ्ट और बिजली व्यवस्था के काफी घटिया होने की शिकायतें की थीं। इसके साथ ही बिना काम किए ही फर्म मेसर्स सांई कंस्ट्रक्शन को 58.17 लाख ज्यादा भुगतान का भी आरोप था। शुरुआती जांच में इस बात की पुष्टि होने के बाद 3 अधिशासी, 4 सहायक और 5 अवर अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है। अब इन निलंबित अभियंताओं के खिलाफ जांच भी बिठाई गई है। आवास आयुक्त ने पूरे गड़बड़झाले को अंजाम देने वाले फर्म के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
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इन अभियंताओं पर गिरी गाज
अधिशासी अभियंता- नासिर हुसैन फाजली, राजीव कुमार और मनीष पाठक।
सहायक अभियंता- राजीव कुमार यादव, एमबी कौशिक, डीसी शुक्ल और डीआर मौर्या।
अवर अभियंता- गजेंद्र पाल सिंह, राजीव वर्मा, एसके गैरा, यूसी मिश्रा और भूपलाल।