खेल डेस्क । बर्मिघम में जारी राष्ट्रमंडल खेलों में शुक्रवार रात हुए महिला हॉकी के सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पेनेल्टी शूटआउट में 3-0 से हरा दिया । इससे पहले मुकाबला 1-1 पर बराबर रहा था । हालांकि पेनेल्टी शूटआउट के दौरान मैच में कुछ ऐसा हुआ कि एकाएक भारतीय महिला टीम का मनोबल ही टूटता नजर आया । वह भी अपनी किसी खिलाड़ी की गलती से नहीं बल्कि राष्ट्रमंडल खेल आयोजित करने वाली समिति के पदाधिकारियों की गलती से । असल में यह विवाद पेनेल्टी शूटआट के दौरान क्लॉक विवाद से जुड़ा है , जिसपर अब अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने भारतीय महिला हॉकी टीम से माफी मांगते हुए इस पूरी घटना की समीक्षा करने का भी आश्वासन दिया है ।
क्या है यह घड़ी विवाद
बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में समय पूरा होने तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थी । ऐसे में पेनेल्टी शूटआउट के जरिए नतीजा निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई । असल में कुछ समय पहले पेनेल्टी शूटआउट का तरीका बदला गया है , जिसमें अब खिलाड़ी को सीधा हिट मारने के बजाए , डी के बाहर से 8 सेकेंड के भीतर गोली को छकाते हुए गेंद को गोलपोस्ट में डालना होता है । इस क्रम में पहले नंबर आया ऑस्ट्रेलिया का । भारतीय गोलकीपर ने अपनी जगह पकड़ी और ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी रोजी मेलोन गेंद लेकर उनकी ओर बढ़ी , लेकिन भारतीय गोलकीपर की सूझबूझ के चलते मेलोन गेंद को निर्धारित समय में गोलपोस्ट में डालने से चूक गईं । ऐसे में भारत ने 1-0 की बढ़त बना ली । लेकिन एकाएक रेफरी बीच में आईँ और उन्होंने कहा कि भारत की इस बढ़त को रद्द किया जाता है , क्योंकि रेफरी द्वारा 8 मिनट का समय देखने के लिए अभी क्लॉक (घड़ी) को शुरू ही नहीं किया था । यह कहते ही मानों भारतीय खिलाड़ियों का गुस्सा चरम पर पहुंच गया , लेकिन उनकी कोच ने उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं देने को कहा । लेकिन यह घटनाक्रम इतना चौंकाने वाला था कि भारतीय खिलाड़ी न तो कोई गेंद गोलपोस्ट में डाल ही पाईं और न ही भारतीय गोलकीपर कोई गेंद गोलपोस्ट में जाने से कोक पाईं । ऐसे में ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला 3-0 से जीत लिया ।
दर्शकों ने जताया रोष
भारतीय टीम को 1-0 से बढ़ते मिलने के बाद उसे रद्द कर देने से मैदान में मौजूद दर्शकों ने अपनी नाराजगी जाहिर की । दर्शकों ने भी तकनीकी अधिकारियों के फैसले पर रोष जताते हुए इसे भारतीय महिला खिलाड़ी की हार का बड़ा कारण बताया । हालांकि खुद रेफरी भी मैदान पर भारतीय कोच को इस बात की जानकारी देते हुए काफी शर्मसार हुईं । लेकिन भारतीय कोच ने अपने खिलाड़ियों को इस मुद्दे पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया । हालांकि इस विवाद को लेकर कई बड़ी हस्तियों ने प्रतिक्रिया जाहिर की है। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेट वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट कर नाराजगी जताई है।
एफआईएच ने बयान में कहा
इस पूरे घटनाक्रम पर अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने कहा - बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में ऑस्ट्रेलिया और भारत की महिला टीमों के बीच खेले गए सेमीफाइनल मैच के दौरान शूटआउट गलती से बहुत जल्दी शुरू हो गया था (तब घड़ी संचालित होने के लिए तैयार नहीं थी) जिसके लिए हम माफी मांगते हैं। इस तरह की परिस्थिति में दोबारा पेनल्टी शूटआउट लेने की प्रक्रिया है और ऐसा किया भी गया । एफआईएच इस घटना की पूरी जांच करेगा ताकि भविष्य में इस तरह के मसलों से बचा जा सके।