मुंबई । हवाला कारोबारी और पुणे के घोड़ा कारोबारी हसन अली के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। मनी लॉंड्रिंग मामले की जांच में जुटी ईडी ने हसन अली से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसते हुए मुंबई में तीन जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि जांच में सामने आया कि उसकी कई नौकरशाहों ने भी मदद की थी, जिसके चलते उसका गौरखधंधा फलता फूलता गया। ऐसा भी कहा जा रहा है कि इस मामले में ईडी की जांच का दायरा कुछ नेताओं तक भी बढ़ सकता है। हसन अली को ईडी ने 2011 में मनी लॉंड्रिग के मामले में गिरफ्तार किया था, जिस मामले की जांच ईडी कर रही है।
बता दें कि इस साल की शुरुआत में सीबीआई ने हसन अली के खिलाफ आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के आरोपों में भी मुकदमा दर्ज हुआ था, वह पहले से मनी लॉंड्रिंग के आरोपों में भी आरोपी है। इस मामले में ही ईडी ने गुरुवार सुबह मुंबई में चार जगहों पर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि हसन अली की मदद कुछ नौकरशाहों द्वारा किए जाने के मामले की जांच भी हो रही है, जिसके चलते ये छापेमारी हुई है। इस छापेमारी में कुछ अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं। वहीं ईडी की जांच का दायरा आने वाले समय में कुछ नेताओं तक भी बढ़ सकता है।