नई दिल्ली। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक दिल को छू लेने वाला वाकया सामने आया है। औरंगाबाद जिले के लगभग 35 मॉडल स्कूलों की बिजली पिछले 2 साल से बिजली का बिल न भर पाने के कारण काट दी गई थी जिसके बाद से स्कूल के बच्चे अंधेरे में पढ़ने को मजबूर थे, लेकिन जिस विभाग ने स्कूल की बिजली काटी थी उसी विभाग के कर्मचारियों ने अपने 1 दिन की सैलरी जमा करवाकर स्कूलों में फिर से उजाला कर दिया। दरअसल बिजली बिल जमा न करने की वजह से लगभग 35 मॉडल स्कूलों की बिजली काट दी गई थी। पूरे जिले के आईएसओ सर्टिफाइड स्कूल पिछले 2 सालों से बिजली बिल जमा नहीं कर पा रहे थे जिसकी वजह से महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रीसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) ने 6 महीने पहले स्कूलों की बिजली काट दी गई थी।
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स्कूलों में बिजली न होने का खामियाजा मासूम बच्चों को भुगतना पड़ रहा था। बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए एमएसईडीसीएल के कर्मचारियों ने अपनी दरियादिली दिखाते हुए अपनी 1 दिन की सैलरी स्कूलों को बिजली का बिल जमा करवाने के लिए दान कर दिया।
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इस मामले पर वहां के एमएसईडीसीएल के संयुक्त महानिदेशक ने बताया कि हमारा स्टाफ पिछले दिनो सोशल कॉज के लिए जमा हुआ था और इस दौरान उन्होंने फैसला किया कि वे अपनी 1 दिन की सैलरी स्कूल में बिजली सप्लाई करने के लिए दान कर देगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जिन स्कूलों की बिजली काटी गई है वह सारे स्कूल डिजिटल स्कूल हैं , जहां बिजली बहुत जरूरी है।
गौरतलब है कि इन स्कूलों पर 3.22 लाख बिजली का बिल बकाया था। सोमवार को बिजली का बिल भरने के बाद से इन स्कूलों में बिजली वापस आ गई है। बता दें कि जिला परिषद द्वारा चलाए जा रहे 2000 स्कूलों में से 150 स्कूल मॉडल हैं।