नई दिल्ली । जापान के पूर्व पीएम शिंजे आबे ने अपनी बीमारी के चलते अपने पद से इस्तीफा दिया , जिसके बाद उनके करीबी और मुख्य कैबिनेट सचिव योशिदे सुगा को देश का नया प्रधानमंत्री चुना गया है । जापानी के नवनिर्वाचित पीएम योशिदे भी भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी की तरह बहुत गरीबी परिवार से देश के प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे हैं । पीएम मोदी और जापानी पीएम योशिदे के बीच काफी समानता नजर आती है । उन्होंने अपने बचपन के दिनों में अपना खर्च निकालने के लिए फिश मार्केंट से लेकर कार्ड बोर्ड बनाने वाली फैक्टरी में काम किया है ।
जानें जापानी पीएम योशिदे सुगा का सफरनामा
बता दें कि जापान के एक गरीब किसान परिवार में पैदा हुआ पीएम योशिदे सुगा की कहानी उस देश के लिए एक मिसाल बन गई है । योशोहिदे सुगा एक आम किसान के बेटे हैं, उनके पिता स्ट्रॉबेरी की खेती करते थे। अपने गृहनगर में हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे तोक्यो आ गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अपना खर्च चलाने के लिए उन्हें कभी कार्डबोर्ड फैक्ट्री में नौकरी करनी पड़ी तो कभी फिश मार्केट में भी काम करना पड़ा। सुगा काम के साथ ही यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे, यहां नौकरी कर उन्हें खर्चा चलाने में मदद मिल जाती थी।
चुनाव अभियान में काम से शीर्ष तक
जापानी पीएम का चुनाव सफर उस समय तय हुआ जब कॉलेज की पढ़ाई खत्म करने के बाद वह संसदीय चुनाव अभियान के लिए काम करने लगे । हालांकि ग्रैजुएशन करने के बाद सुगा जापान के कॉरपोरेट वर्ल्ड में शामिल हो गए और अच्छी तनख्वाह भी पाने लगे लेकिन यहां उनका मन नहीं लगा और वे राजनीति में चले आए। बाद में उन्होंने लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के एक सांसद के सेक्रेटरी के रूप में काम किया । इसके बाद उन्होंने ख़ुद के राजनीतिक सफ़र की शुरुआत की । वर्ष 1987 में वे योकोहामा सिटी काउंसिल के लिए चुने गए और 1996 में वे पहली बार जापान की संसद के लिए चुने गए ।
2005 में पलटी तकदीर
वर्ष 2005 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जुनिचिरो कोइज़ुमी ने उन्हें आंतरिक मामलों और संचार विभाग का वरिष्ठ उप मंत्री बनाया । असल में नौकरी छोड़ राजनीति में आए सुगा योकोहामा सिटी काउंसिल के लिए चुनाव लड़ने उतर गए। लेकिन सुगा अपने दम पर चुनाव लड़ने उतर पड़े। उन्होंने घर घर जाकर अपने प्रचार अभियान की शुरूआत की । वह एक दिन में करीब 300 घरों में जाते थे । एलडीपी के मुताबिक जबतक चुनाव प्रचार खत्म हुआ वो लगभग 30000 घरों में जा चुके थे। पार्टी के मुताबिक जब चुनाव खत्म हुआ तब तक सुगा 6 जोड़ी जूते पहनकर फाड़ चुके थे।
शिंजे आबे के करीबी
पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ उनके अच्छे रिश्ते बने रहे. जब 2012 में आबे फिर से पीएम बने तो उन्होंने सुगा को मुख्य कैबिनेट सेक्रेटरी का प्रभावी पद सौंपा । पिछले आठ साल से शिंजो आबे के दाहिने हाथ माने जाने वाले सुगा सुर्ख़ियों में बने रहे । उन्हें हर दिन दो बार मीडिया ब्रीफ़िंग करनी पड़ती थी । यह भी माना जाता था कि जापान की जटिल नौकरशाही का प्रबंधन भी उनके ही ज़िम्मे था ।