नई दिल्ली । पिछले दिनों मस्जिदों से आने वाली अजान की आवाज को लेकर खासा विवाद खड़ा हुआ था। देश में इस मुद्दे पर जमकर बहस हुई थी। उस अध्याय के बाद अब इस मुद्दे पर एक बार फिर नई बहस छिड़ गई है हालांकि इस बार बहस का मुद्दा थोड़ा अलग है। असल में आईसीएसई (ICSE) बोर्ड की छठी कक्षा की साइंस की किताब में ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution) वाली चीजों में मस्जिद का फोटो दिखाया गया है, जिसके चलते एक बार फिर नए विवाद खड़ा हुआ। सोशल मीडिया पर यह फोटो जमकर वायरल हो रही है, जहां कुछ लोग फिर इसके पक्ष में खड़े दिखाई दे रहे हैं तो कई इस फोटो को स्लैबस से हटाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि प्रकाशक ने कहा कि यह मस्जिद नहीं किला है, जल्द फोटो बदल देंगे।
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ध्वनि प्रदूषण के चैप्टर में छपी है फोटो
असल में आईसीएसई (ICSE) बोर्ड की छठी कक्षा की साइंस की किताब में प्रदूषण को लेकर एक चैप्टर है। इसमें ध्वनि प्रदूषण के कई कारण बताए गए हैं। इस दौरान किताब में कुछ चित्रों के माध्यम से ध्वनि प्रदूषण को समझाया भी गया है। इस किताब में ध्वनि प्रदूषण करने वालों में जहां ट्रेन, कार, हवाई जहाज को दिखाया गया है तो वहीं मस्जिद को भी दिखाया गया है। इस दौरान पेज पर इन सभी की आवाजों से परेशान एक व्यक्ति को कान बंद करते हुए दिखाया गया है।
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सियासत गरमायी, फोटो हटाने की मांग
इस फोटो को लेकर एक बार फिर सियासत गरमाती नजर आ रही है। कुछ लोगों ने इस किताब के चैप्टर में छपे इन फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल किया है। इसके बाद इस फोटो के प्रकाशन को लेकर दो पक्ष खड़े होते नजर आ रहे हैं। जहां कुछ लोग इसे सही में ध्वनि प्रदूषण की वजह मान रहे हैं, तो कई लोगों ने इस विवादित करार देते हुए इस फोटो को हटाने की मांग की है।
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बोर्ड बोला- किताब बोर्ड ने नहीं छापी
इस पूरे विवाद पर जब ICSE बोर्ड के पदाधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया। इस प्रकरण पर बोर्ड के सेक्रेटरी गैरी अरॉथन ने कहा- यह किताह बोर्ड ने नहीं छापी है। स्कूल और प्रकाशक ने आपसी साझेदारी के बाद इस किताब को स्कूल में लगवाया है। यह स्कूलों और प्रकाशक के बीच का मामला है। अगर कहीं भी ऐसी किताब पढ़ाई जा रही है, तो स्कूल और पब्लिशर जल्द ही इसका हल निकालें।
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प्रकाशक बोला- मस्जिद नहीं किला है...फोटो बदल देंगे
यह मामला गंभीर रूप से सामने आने पर किताब छापने वाले सेलिना प्रकाशन ने किताब में छपी फोटो को मस्जिद के बजाए किला बताया । प्रकाशक हेमंत गुप्ता ने इस दौरान सोशल मीडिया पर कहा- सभी लोगों को बताना चाहता हूं कि हम बुक के आने वाले एडिशन्स में फोटो बदल देंगे। अगर इससे किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो इसके लिए माफी मांगते हैं।
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