नई दिल्ली/भोपाल: भारत में आईएसआईएस ने एंट्री कर ली है। अभी तक भारत के कुछ हिस्सों के युवाओं के सीरिया जाकर आईएसआईएस के लिए लड़ने की खबरें आती थीं, लेकिन मध्य प्रदेश के उज्जैन के पास शाजापुर में मंगलवार को ट्रेन ब्लास्ट करके आईएसआईएस ने भारत में अपनी पहली आतंकी कार्रवाई को अंजाम दिया है। खबरों के मुताबिक पकड़े गए आतंकियों से पास से भारी मात्रा में विस्फोटक मिला है। उनके पास से जो विस्फोटक मिले हैं, उन पर लिखा है-आईएसआईसः हम भारत में हैं। यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक अलर्ट है। मध्य प्रदेश के शहरों से लेकर यूपी की राजधानी लखनऊ और अन्य शहरों कानपुर, इटावा और कन्नौज तक आईएसआईएस के इस टेरर नेटवर्क ने पांव पसार लिए हैं। अभी तक तेज कार्रवाई में मध्य प्रदेश से 4 और यूपी के अलग-अलग शहरों से 3 संदिग्धों को अरेस्ट किया गया है। लखनऊ में एक आतंकी मारा गया है।
ट्रेन ब्लास्ट था ट्रायल
मारा गया आतंकी और पकड़े गए संदिग्ध आतंकी आईएसआईएस के खुरासान माड्यूल के मेंबर्स बताए जा रहे हैं। अभी उनकी ट्रेनिंग पूरी हुई थी औऱ शाजापुर का ट्रेन ब्लास्ट उनका ट्रायल था। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने इस बारे में तफ्सील से जानकारी दी है। शिवराज सिंह ने कहा है कि ट्रेन में पाइप बम रखा गया था। यह ऊपर वाली बर्थ पर रखा गया था। इस कारण जानमाल का नुकसान कम हुआ। हालांकि धमाका इतना पॉवरफुल था कि कोच की छत में छेद हो गया था।
ट्रेन के बम की फोटो भेजी थी आईएसआईएस को
सीएम शिवराज सिंह ने आगे बताया कि आतंकियों ने पहले उज्जैन-भोपाल पैसेंजर ट्रेन के एक कोच में बम प्लांट किया। फिर उसकी तस्वीर सीरिया में बैठे आईएसआईएस के आकाओं को भेजी थी। ऐसा यह बताने के लिए किया गया होगा कि ट्रेनिंग के बाद पहले प्लान को कैसे एग्जीक्यूट किया जा रहा है। ये ब्लास्ट देश में आईएसआईएस का पहला हमला है। ट्रेन में हुए ब्लास्ट में 9 लोग जख्मी हो गए थे। इस पर तुरंत एक्शन लेते हुए मध्य प्रदेश पुलिस ने एक बस को टोल नाके पर रोककर तीन संदिग्धों को अरेस्ट किया था। यहीं से सारी कहानी का पर्दाफाश होना शुरू हुआ।
काम के बाद लौट रहे थे लखनऊ
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सारे आतंकी यूपी से ही थे। उन्हें मध्य प्रदेश में ट्रेन ब्लास्ट करके लखनऊ लौटना था। लखनऊ में ही मारे गए आतंकी सैफुल्ला ने ठिकाना बना रखा था। यह काकोरी थाने के ठाकुरगंज इलाके की हाजीपुर कॉलोनी में बना एक मकान था। इसी मकान में यूपी एटीएस ने 11 घंटे की कार्रवाई के बाद सैफुल्ला को मार गिराया।
नेट से सीखा बम बनाना, टाइमर भी लगाया
आतंकियों का यह गैंग अपेक्षाकृत नया था। एमपी के सीएम के अनुसार उन्होंने इंटरनेट से बन बनाना सीखा, लेकिन ब्लास्ट करने की ट्रेनिंग बाहर से ली। यह एक पाइप बम था और इसे अपर बर्थ पर रखा गया था। आतंकियों ने बम ब्लास्ट के लिए 2 घंटे का टाइमर भी लगाया था।