पटना। बिहार में चलने वाली श्रमिक ट्रेन जिसे स्थानीय जबान में कुली गाड़ी कहा जाता है उसकी सेवा कल यानी कि 1 नवंबर से खत्म होने वाली है। मालदा रेलवे मंडल ने इस बात का फैसला लिया है। मंडल की तरफ से लिए गए फैसले से जमालपुर और धनौरी रेलवे स्टेशनों के बीच सफर करने वालों को एक धक्का लगा है। रेलवे के द्वारा 1 नवंबर से गाड़ियों के टाइम टेबल के बदलाव के बाद इसे हटाने का निर्णय लिया है।
वर्षों पुरानी सेवा होगी बंद
गौरतलब है कि यह कुली गाड़ी 1862 से ही जमालपुर रेलवे कारखाना में काम करने वाले मजदूरों को लाने-ले जाने का काम करती थी। श्रमिक ट्रेन या कुली गाड़ी जमालपुर-किउल रेलखंड के बीच काफी महत्वपूर्ण व लोकप्रिय ट्रेन रही है। यह गाड़ी रविवार को छोड़कर प्रतिदिन दो बार यानी कि सुबह और शाम में कर्मचारियों को लाती और ले जाती थी। मालदा रेल मंडल के इस निर्णय से जमालपुर से धनौरी के बीच विभिन्न रेलवे स्टेशन, हॉल्ट एवं गुमटी के रेल यात्रियों को एक बड़ा झटका लगा है।ट्रेन का परिचालन लगभग सही समय से होने के कारण रेल कर्मियों के अलावा इस रेल खंड के रेल यात्रियों को भी जमालपुर आने-जाने में काफी मदद मिलती थी लेकिन अब श्रमिक ट्रेन या कुली गाड़ी भी पुराने दिनों के याद की तरह 1 नवम्बर से इतिहास बन कर रह जाएगी।
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