ग्वालियर । संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावति एक बार फिर विवादों में घिर गई है। अब मध्य प्रदेश के युवा राजपूत सेना ने इस फिल्म का विरोध किया है। ग्वालियर में फिल्म का विरोध करते हुए इस सेना के लोगों का कहना है कि इस फिल्म में ऐतिहासिक महत्व वाले कई बिंदुओं के साथ छेड़छाड़ की गई है। इसके साथ ही युवा राजपूत सेना के कार्यकर्ता ने ग्वालियर में फिल्म के बैनर-पोस्टर फाड़े। इस सेना का कहना है कि अगर फिल्म में कोई भी विवादित सीन रहा तो वह इस फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने देंगे। इससे पहले मध्यप्रदेश में शिवसेना के कार्यकर्ता भी फिल्म के खिलाफ खड़े हो गए थे। इन लोगों ने संजय लीला भंसाली का पुतला फूंकते हुए इस फिल्म से सभी विवादित सीन को हटाने की मांग की थी।
बता दें कि फिल्म अपनी शुरुआत से ही विवादों में रही है। सोमवार को ग्वालियर में युवा राजपूत सेना के कार्यकर्ताओं ने फिल्म में कई ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने फिल्म के पोस्टर फाड़ते हुए अपना विरोध दर्ज करवाया। इन लोगों का कहना है कि अगर फिल्म में ऐसे विवादित तथ्यों को नहीं हटाया गया तो हम पूरे मध्य प्रदेश में इस फिल्म को नहीं चलने देंगे। इस दौरान युवा राजपूत सेना के कार्यकर्ताओं ने कहा कि फिल्म में पद्मावती के इतिहास को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। जिस विरांगना ने मुगलों की छाया तक अपने पर नहीं पड़ने दी, उसे दुष्ट मुगल की प्रेमिका कैसे बताया गया है। ये भारतीय वीरांगनाओँ का अपमान है। हम इसे किसी कीमत पर नहीं सहेंगे।
इससे पहले शिवसेना ने इस फिल्म का विरोध जताते हुए कहा था कि पद्मावति के इतिहास से छेड़छाड़ किए जाने पर हिंदू संगठन और शिवसेना पूरजोर विरोध करती है। हम फिल्म में विवादित सीन पाए जाने पर इस फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने देंगे।