दुनिया में मानवता अभी भी जिंदा है। इसका परिणाम फलोरिडा में होन वाली धटना से मिला है। दरअसल, फलोरिडा में करीब 80 लोगों ने राष्ट्रीयता, धर्म, जाति जैसे भेदभाव से ऊपर उठते हुए मानव श्रृंखला बनाकर दो बच्चों समेत नौ लोगों को डूबने से बचा लिया ।यह घटना बीते कुछ दिनों पहले अमेरिका के फ्लोरिडा के पनामा सिटी बीच की है। डूबते हुए लोगों को देखने के बाद सबसे पहले मदद की गुहार लगाने वाली जेसिका सिमंस ने फेसबुक पर इस घटना को शेयर किया। सिमंस ने जैसे ही लोगों को समुद्र की लहरों में फंसे देखा, तो उन्होंने पति डेरेक के साथ अन्य लोगों को मदद के लिए इकट्ठा करना शुरू किया। अपनी फेसबुक पोस्ट में उन्होनें लिखा, इन लोगों को बचाने के लिए पूरा का पूरा बीच एकजुट हो गया। जो लोग तैरना नहीं जानते हैं, वो भी मानव श्रृंखला का हिस्सा थे। वे हर हाल में डूबने वालों की मदद करना चाहते थे। यह सच में जिदंगी बदलने वाला अनुभव था।
जिसिका ने पोस्ट में लिखा, मैनें देखा कि हर कोई पानी की तरफ जा रहा था, मुझे लगा कि शायद किसी ने शार्क देखी हैं। मगर पुलिस की गाड़ी को वंहा जाते देखा, तो मुझे समझ आया कि कोई डूब रहा है। हम लोगों ने मानव श्रृंखला के लिए लोगों को जोड़ना शुरू कर दिया। जिससे कि लोगों की जान बचाई जा सकी।
पूरा परिवार लहरों में फंसा था
इस घटना में जॉर्जिया की रॉर्बेटा उर्से का पूरा परिवार लहरों में फंस गया था। वह अपने पति, दो बेटों और एक भतीजे के साथ बीच पर छुट्टी मनाने आई थीं। पानी से बाहर आने के बाद रॉर्बेटा ने पाया कि उनके बेटे मदद के लिए चिल्ला रहे हैं। उन्हें बचाने की कोशिश में पूरा परिवार लहरों में फंस गया। बच्चों को बचाने की कोशिश में एक चीनी दंपति भी विशाल लहरों में फंस गए।