नई दिल्ली । तीनों कृषि कानून के रद्द होने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंचने पर जहां पंजाब के कुछ किसान संगठनों ने अपना आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया है , वहीं भाकियू नेता राकेश टिकैत ने अपने चिरपरिचित अंजाद में अपनी प्रतिक्रिया दी । उन्होंने कहा - आंदोलन इतनी जल्दी खत्म होने वाला नहीं है । उन्होंने कुछ संगठनों के आंदोलन खत्म कर घर जाने की बात कहने पर कहा कि जो चुनाव लड़ने के लिए ज्यादा उत्सुक है , वहीं पहले घर जाएगा । पर ध्यान रखो भाई , जो पहले घर जाएगा , वह पहले जेल भी जाएगा । मैं साफ कर दूं कि मैं कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा , मैं तो किसानों को लड़वा रहा हूं वो भी सड़क पर । सरकार में पेच है और अगर मैं फूफा बन गया हूं तो मेरी मिलनी तो करवा ही दो ।
असल में पंजाब के कुछ किसान संगठनों ने तीनों कृषि कानून रद्द किए जाने की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही अपने आंदोलन को खत्म करने की बात कही है , लेकिन राकेश टिकैत अब एमएसपी के मुद्दे पर सड़कों पर आंदोलन जारी रखने की बात कह रहे हैं ।
जब टिकैत से आंदोलन के खत्म होने की बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है । घरों में भी दो भाई के बीच कुछ बातों पर एक राय नहीं बनती , यहां भी अगर एक राय नहीं बन पा रही है तो इसमें गलत क्या है । जो चुनाव लड़ने का ज्यादा उत्सुक है , वह जल्दी घर जाएगा , और जो जल्दी घर जाएगा , वह जेल भी जल्दी जाएगा । कुछ लोगों को चुनाव का रोग लग जाता है। लेकिन मैं कहां घोषणापत्र दूं कि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा , मेरी तो जुबान ही मेरा घोषणापत्र है ।
टिकैत ने पंजाब के कुछ किसान संगठनों के आंदोलन खत्म करने की बात कहने पर कहा - लोकतंत्र की खूबसूरती यही है कि लोगों का अपना अपना विचार होता है और सब अपनी अपनी बात करते हैं । यह कोई सरकार की तरह तो है नहीं कि एक फैसला दे दिया , सबको वह मानना ही पड़ेगा । यहां तो यह कुछ आपसी विचार से होता है , इसलिए यह संयुक्त मोर्चा है ।
टिकैत ने कहा कि सरकार अब अगले सप्ताह तक इस आंदोलन को खत्म करने की जुगत लगाएगी , लेकिन जब तक सरकार एमएसपी पर कोई गारंटी नहीं देती , तब तक आंदोलन जारी रहेगा । और जब सरकार ने काले कानून वापस ले लिए हैं तो एक काम और करे हमारे ऊपर लगे मुकदमे भी वह वापस ले ।