नई दिल्ली । भारतीय टेबल टेनिस सनसनी मनिका बत्रा की टोक्यो ओलंपिक खेलों का सफर पूरा हो गया है । वह एकल मुकाबले में भी तीसरे दौर का मैच खेलने के बाद बाहर हो गई हैं। हालांकि अपने दूसरे और तीसरे मुकाबले में बिना कोच में मैदान में उतरी मनिका अब विवादों में आ गई हैं । असल में मनिका के निजी कोच सन्मय परांजपे को मैच के दौरान स्टेडियम के भीतर आने की इजाजत नहीं दी गई थी , जिससे मनिका ने नाराज होकर राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय की सेवाएं लेने से भी मना कर दिया था । इस हरकत को अनुशासनहीनता का मामला कहा जा रहा है , जिसके चलते अब मनिका पर कार्रवाई हो सकती है । हालांकि यह बात भी सही है कि मैच के दौरान जब वह पिछड़ रही थीं तो उनके साथ उनके कोच नहीं थे ।
विदित हो कि टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा के एकल मुकाबले के दौरान टीम के राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय मौजूद नहीं थे । इस बात को टीवी पर कॉमेंटेटरों ने भी कहा था ।
उनकी कमी उस समय सबसे ज्यादा खली जब मनिका अच्छा खेलने के बाद कुछ जगहों पर दबाव के चलते बिखर रही थी । उस दौरान अगर कोच उनके साथ होते तो वह उन्हें मानसिक रूप से मदद कर सकते थे ।
हालांकि यह विवाद अब खुलकर सामने आया है । असल में मनिका बत्रा अपने निजी कोच सन्मय परांजपे को टोक्यो लेकर गई थीं , लेकिन उन्हें मनिका को ट्रेनिंग देने की इजाजत नहीं थी । इतना ही नहीं मैच के दौरान उन्हें स्टेडियम के अंदर आने की इजाजत नहीं थी , जिसके चलते मनिका नाराज हो गई थी । इसके चलते उन्होंने राष्ट्रीय कोच की सेवाएं लेने से भी मना कर दिया । यही कारण था कि मैच के दौरान राष्ट्रीय कोच रॉय उनके साथ मौजूद नहीं थे ।
बहरहाल , अब कहा जा रहा है कि मनिका को अपने इस फैसले के चलते अब परेशानी झेलनी पड़गी । टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया ने मनिका के इस व्यवहार को अनुशासनहीनता का कार्य करार दिया है । इतना ही नहीं कहा गया है कि कार्यकारी बोर्ड की बैठक में मनिका को निश्चित तौर पर कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा । अगस्त के पहले सप्ताह में यह बैठक होने वाली है ।