नई दिल्ली । जून के महीने में गर्मी से पारा चढ़ने के साथ ही इन दिनों देश के कुछ राज्यों में विधानसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर सियासी पारा भी चढ़ने लगा है । उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले जहां बुधवार को यूपी के दिग्गज कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने अपनी पार्टी का हाथ छोड़ भाजपा के कमल को थामा , वहीं पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के खत्म होने के बाद , पिछले दिनों भाजपा को मजबूत करने वाले कई नेता अब टीएमसी में अपनी घर वापसी की जुगत में लग गए हैं । हाल के दिनों में बंगाल भाजपा के अंदर जारी घमासान में कुछ बड़े होने के आसार हैं । इन दिनों बंगाल में हिंसा और लचर कानून व्यवस्था को लेकर राष्ट्रपति शासन की मांग कर रहे हैं , जिसे लेकर भी पार्टी के भीतर गतिरोध जारी है । इससे इतर , ममता ने बंगाल में ''खेला'' जारी रहने का ऐलान कर दिया है ।
TMC से आए नेता भाजपा की बैठक से दूर
बता दें कि पिछले दिनों कोलकाता में भाजपा की एक अहम बैठक में , टीएमसी से आए तीन नेता नदारद रहे । इनमें मुकुल रॉय , राजीव बनर्जी और शामिक भट्टाचार्य बैठक में नहीं आए । पार्टी की ओर से कहा गया कि मुकुल रॉय पत्नी की तबीयत खराब होने के चलते बैठक में नहीं आए । वहीं मुकुल रॉय के बेटे ने टीएमसी ने जाने की इच्छा जताई । इतना ही नहीं ममता बनर्जी के भजीते अभिषेक बनर्जी मुकुल राय की पत्नी को देखने पहुंच गए । प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने सफाई देते हुए कहा कि शामिक भट्टाचार्य मां की तबीयत खराब थी , जबकि राजीव बनर्जी निजी कारणों से नहीं आए । हालांकि इससे पहले सोनाली घोष और सुवेंदु विस्वास टीएमसी में वापस लिए जाने की मांग कर चुके हैं ।
18 सांसदों ने की राष्ट्रपति शासन की मांग
इससे इतर भाजपा के 18 सांसदों ने प्रदेश में जारी हिंसा और कानून व्यवस्था की लचर स्थिति पर सवाल उठाते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है । हालाकि इस पर राजीव बनर्जी ने खुलकर इसका विरोध किया है और राष्ट्रपति शासन की मां करने वाले सांसदों को ही चुनौती देना शुरू कर दिया है ।
वीर भूमि में माफी मांगते भाजपा कार्यकर्ता
बंगाल में इस समय हाल यह है कि वीर भूमि में कई भाजपा कार्यकर्ता सरेआम माफी मांगते नजर आ रहे हैं । उनका कहना है कि उन्होंने भाजपा में जाकर गलती की । वह अपनी भूल स्वीकार करते हैं । वह दोबारा टीएमसी में आना चाहते हैं ।
150 भाजपाई टीएमसी में शामिल
इस सबके बीच पिछले दिनों भाजपा के करीब 150 कार्यकर्ता और कुछ पदाधिकारियों ने भी टीएमसी का दामन थाम लिया है । इनमें भारतीय जनता युवा मोर्चा के सोशल मीडिया इंचार्ज वीर प्रधान भी शामिल हैं । इतना ही नहीं कुछ नेता और पदाधिकारी दोबारा टीएमसी में जाने की जुगत लगा रहे हैं , जो भाजपा की सरकार बनने की संभावना जताते हुए टीएमसी को छोड़कर आ गए थे ।
ममता का ऐलान खेला होबे
इस सबसे इतर , ममता बनर्जी के जिस नारे खेला होबे ने जमकर सुर्खियां बंटोरी थी , ममता ने अब उसे जमीनी रूप दे दिया है । असल में खेला होबे नाम से एक योजना बनाई है , जिसके अंतर्गत अब राज्य का खेल मंत्रालय , प्रदेश के फुटबॉल के क्लबों को फुटबॉल बांटेगा । इस योजना के माध्यम से ममता ज्यादा से ज्यादा युवाओं को फुटबॉल के खेल से जोड़ने की बात कह रही हैं । जुलाई के पहले सप्ताह में फुटबॉल बांटने का क्रम शुरू हो जाएगा । किस क्लब को कितनी फुटबॉल दी जाएंगी , इसका खाका खींचा जा रहा है , जिसकी जानकारी जल्द दी जाएगी ।