नई दिल्ली । पिछले कुछ सालों में क्रिकेट के प्रति लोगों का रुझान बरकरार रखने के लिए ICC ने नियमों में कई बदलाव किए गए हैं । हाल में आईसीसी विश्व कप (ICC World Cup 2019) खत्म हुआ है , जिसके बाद एक बार फिर से नियमों में कुछ बदलाव होने जा रहे हैं। असल में आईसीसी (ICC) ने सब्स्टिीट्यूट खिलाड़ी से जुड़े नियम में कुछ संशोधन को मंजूरी दी है । नए नियमों के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी टीम में शामिल किया जा सकेगा । वह खिलाड़ी बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी और विकेटकीपिंग भी कर सकेगा । आगामी 1 अगस्त से इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली एशेज सीरीज से इन नियमों को लागू किया जाएगा । आईसीसी के यह नियम महिला क्रिकेट पर भी लागू होंगे । फिलहाल इस नियम को दो साल के लिए ही लागू किया गया है. इसके बाद रिव्यू के आधार पर ही इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
सभी फॉर्मेंट में लागू होगा नया नियम
बता दें कि विश्व कप क्रिकेट खत्म होने के बाद गुरुवार को लंदन में ICC की वार्षिक कॉन्फ्रेंस हुई । इस दौरान फैसला लिया गया कि आगे से सब्स्टिीट्यूट खिलाड़ी भी बल्लेबाजी-गेंदबाजी और विकेटकीपिंग कर सकेगा। यह नियम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लागू होगा । इस खिलाड़ी को कन्कशन सब्स्टिट्यूट (Concussion Substitutes) कहा जाएगा , जिसे मैदान पर उतारने का फैसला मैच रेफरी लेंगे । आईटीसी ने अपने नियम में इस खिलाड़ी की भूमिका को लेकर साफ कर दिया है कि जिस स्तर का खिलाड़ी चोटिल हुआ है , उसी स्तर का खिलाड़ी को ही टीम में जोड़ा जा सकेगा । ऐसा नहीं हो सकेगा कि पहले गेंदबाजी के दौरान चोटिल खिलाड़ी की जगह टीम में किसी बल्लेबाजी को Concussion Substitutes के तौर पर नहीं लाया जा सकेगा । गेंदबाज के चोटिल होने पर दूसरा गेंदबाज ही टीम में शामिल होगा ।
मेडिकल टीम का होगा अहम रोल
नियमों के अनुसार , इस सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी पर फैसला टीम मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव लेगा , जिसे मैच रैफरी ही अप्रूव कर सकेगा । शुरू में कन्कशन सब्स्टिट्यूट को लेकर बने नियमों को सिर्फ टेस्ट मैच में लागू करने को लेकर चर्चा हुई लेकिन बाद मे इसे क्रिकेट के सभी फॉर्मेट पर लागू करने का ऐलान हुआ ।
ऑस्ट्रेलियाई एलेक्स कैरी के चोटिल होने से मुद्दा उठा
बता दें कि वर्ष 2014 में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर फिलिप ह्यूज के सिर पर बाउंसर लगी थी, जिसके चलते उनकी मौत हो गई थी । इस घटना के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने 2016-17 सीजन में कन्कशन सब्स्टिट्यूट के नियम को अपने घरेलू वनडे (पुरुष-महिला दोनों), बिग बैश और महिला बिग बैश सीरीज में लागू किया था । इसके बाद विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स कैरी ने बाउंसर लगने के चोटिल होने के बावजूद खेलने और अफगानिस्तान के मोहम्मद हशमतुल्लाह के सिर पर बाउंसर लगने के बाद डॉक्टर की सलाह को नजरअंदाज करते हुए इस नए नियम को लेकर चर्चा की गई ।