देहरादून। प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी अभियान डिजिटल इंडिया का अभियान उत्तराखंड में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिए राष्ट्रीय हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तहत प्रदेश के 10 अस्पतालों को ई-अस्पताल में तब्दील करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसकी शुरुआत अल्मोड़ा से हो रही है। ई सिस्टम से जुड़ने के बाद ये सभी अस्पताल ऑनलाइन हो जाएंगे। ई अस्पताल के मरीजों को यूनीक आईडी भी मिलेगी। आईडी के जरिए मरीज ई-अस्पतालों में जाकर अपनी पूरी जानकारी डॉक्टर को उपलब्ध करा सकेगा।
गौरतलब है कि अल्मोड़ा से शुरू होने वाली कवायद का खाका एनआईसी त्रिपुरा की टीम ने तैयार किया है। सिल्वर टच टेक्नोलॉजी नई दिल्ली इसका क्रियान्वयन कर रही है। सिल्वर टच के इंजीनियर 2 महीने के अंदर अल्मोड़ा जिला अस्पताल को ई-अस्पताल बना देंगे। इसके लिए इंजीनियर अल्मोड़ा पहुंच चुके हैं, उनका कहना है कि 2 महीने के अंदर अस्पताल में ओपीडी काउंटर, ओपीडी में मरीजों का रजिस्ट्रेशन, भर्ती मरीजों की डिटेल, बिलिंग, टेस्ट चार्जेज और इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की जानकारी के अलावा इंटरनेट स्पीड आदि व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के अलावा अस्पताल कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
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यहां बता दें कि पूरी तरह से ई-अस्पताल हो जाने के बाद मरीजों की पूरी जानकारी डिजिटल रूप में सुरक्षित हो जाएगी। इस दौरान मरीज मोबाइल के जरिए भी डाॅक्टर से दिखाने के लिए एअपना पंजीकरण करा सकेंगे। प्रदेश के जिन अस्पतालों को ई-अस्पताल बनाया जा रहा है उनमें महिला और जिला अस्पताल हरिद्वार, एसपीएस ऋषिकेश, कोरोनेशन अस्पताल देहरादून, बेस अस्पताल हल्द्वानी, जिला अस्पताल अल्मोड़ा, जिला अस्पताल ऊधमसिंह नगर, मेडिकल काॅलेज श्रीनगर गढ़वाल, दून मेडिकल काॅलेज देहरादून और मेडिकल काॅलेज हल्द्वानी शामिल हैं।