रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के नौजवानों में हुनर की कोई कमी नहीं है। प्रधानमंत्री के स्वच्छता मिशन से प्रेरित होकर 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने एक यूरीनल बायो टाॅयलेट बनाया है। बड़ी खासियत यह है कि इसे कहीं भी ले जाया जा सकता है और इस छात्र ने इसे ‘इज्जत घर’ नाम दिया है। इसकी खासियत यह है कि इस पर पैर रखते ही स्वच्छता का संदेश सुनाई देगी।
विज्ञान प्रदर्शनी में मिली सराहना
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान से प्रेरित होकर रुद्रप्रयाग के एक स्कूल में महज 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ईश्वर सिंह ने कर दिखाया है। ईश्वर ने एक ऐसा यूरीनल बायो टाॅयलेट बनाया है जिसे इज्जत घर नाम दिया गया है उसे कहीं भी ले जाया जा सकता है। यूरिनल बॉयो टॉयलेट का मॉडल बनाया है, जिसका नाम रखा है इज्जत घर। राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में उनके इस मॉडल को लोगों ने बेहद सराहा है। ये भी पढ़ें - शिक्षकों ने ब्रिज कोर्स के खिलाफ सड़कों पर उतरने की दी चेतावनी, कोर्ट भी जाने को तैयार
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शौचालय का अभाव
आपको बता दें कि श्री भरत मंदिर इंटर काॅलेज में आयोजित राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में अपनी बाल वैज्ञानिक की प्रतिभा दिखाने वाले ईश्वर सिंह रुद्रप्रयाग जनपद अंतर्गत अगस्तमुनि के छिनका गांव में राजकीय उच्चत्तर प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 8 के छात्र हैं। ईश्वर ने बताया कि उनके गांव में सार्वजनिक शौचालय नहीं है, ऐसे में लोग जहां-तहां मूत्र विसर्जन कर देते हैं जिससे प्रदूषण फैलता है। यही नहीं पहाड़ में यात्रा रूट पर सार्वजनिक शौचालय का अभाव है।
गाने के जरिए संदेश
मोदी के अभियान से प्रेरणा लेकर उन्होंने इज्जत घर यानी यूरिनल बॉयो टायलेट का मॉडल बनाया। इज्जत घर कहीं भी स्थापित किया जा सकता है, इसका स्वरुप ऐसा है कि इसे फोल्ड भी किया जा सकता है। बता दें कि ईश्वर ने जो बायो टाॅयलेट बनाया है उसका अवलोकन रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी भी कर चुके हैं और उन्होंने इस प्रणाली को विकसित करने का आश्वासन दिया है। इस यूरीनल की खासियत यह है कि जैसे ही आप इस पर पांव रखेंगे इससे स्वच्छता अभियान का संदेश सुनाई देगा और उसके बाद क्षेत्रीय भाषा में एक गीत भी सुनाई देगा, जो स्वच्छता के लोगों को जागरूक करता है। छात्र ईश्वर ने बताया कि गीत प्रख्यात कवि ओमप्रकाश सेमवाल ने लिखा है।