श्रीनगर । हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों को लेकर अपना फैसला पलट दिया है । विवि ने छात्रों के आक्रोश को देखते हुए अपना फैसला बदला। इसके बाद अब पहले की तरह 3 सितंबर को ही छात्रसंघ चुनाव कराए जाएंगे। इससे पहले विश्वविद्यालय के गुस्साए छात्रों ने कुलपति के ऑफिस पहुंचकर जमकर नारेबाजी की । इसके बाद छात्र रजिस्ट्रार आवास के बाहर धरने पर बैठ गए थे, जिसके चलते विवि को अपना फैसला बदलना पड़ा।
विदित हो कि HNB central university के छात्र विश्वविद्यालय द्वारा छात्रसंघ चुनाव के चुनाव स्थिगित करने के चलते गुस्से में थे । इसी क्रम में छात्रों का हंगामा जारी था । गत गुरुवार को भी आक्रोशित छात्र नेताओं ने बिड़ला परिसर में मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. एसएन बहुगुणा का घेराव किया था। जब मुख्य नियंता प्रो. अरुण बहुगुणा चुनाव संचालन समिति के सदस्यों को चुनाव कार्यालय से बाहर ले जाने लगे, तो छात्रों ने दरवाजे बंद कर दिए थे। असल में गुरुवार को बिड़ला परिसर में चुनाव संचालन समिति की ओर से छात्रसंघ चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होनी थी, लेकिन मीडिया में यह खबर प्रकाशित हो गई कि हाईकोर्ट ने विवि की नियमावली के अनुसार तीन माह के अंदर छात्र परिषद के चुनाव कराने के आदेश दिए हैं। दोपहर तक विवि को अधिवक्ता के माध्यम से हाईकोर्ट के आदेश की भी जानकारी मिल गई।
शाम को विवि के कुलसचिव डा. एके झा ने आदेश जारी करते हुए चुनाव प्रक्रिया रोकने के निर्देश दिए। कुलसचिव का पत्र मिलने के बाद शाम चार बजे मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. बहुगुणा ने चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी। जब छात्रों को इसका पता चला, तो उन्होंने चुनाव कार्यालय में घुसकर मुख्य चुनाव अधिकारी का घेराव कर दिया। छात्रों का गुस्सा देखते हुए व्हाट्सएप से कोर्ट के आदेश की प्रति मंगवाई गई, जो उनको व्हाट्सएप के माध्यम से दे दी गई। लेकिन छात्र इस पर भी पहले संतुष्ट नहीं हुए। उनका कहना था कि कोर्ट ने छात्रसंघ चुनाव निरस्त करने को नहीं कहा है, इसलिए इस प्रक्रिया को रोका न जाए।
इसके चलते शुक्रवार को आक्रोशित छात्रों ने पहले तो कुलपति के ऑफिस पहुंचकर जमकर नारेबाजी की । इसके बाद छात्र रजिस्ट्रार आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। मामले को गर्माता देख विवि ने पूर्व निर्धारित समय 3 सितंबर को चुनाव करवाए जाने का ऐलान कर दिया।