देहरादून। उत्तराखंड में स्कूल के समय ड्यूटी से गायब रहने या कुंजी से बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की खैर नहीं है। उनका तबादला अति दुर्गम इलाकों में किया जाएगा। सरकार प्रदेश में स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। इसके लिए शिक्षकों पर सख्ती भी बरती जा रही है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के नेतृत्व में शिक्षा अधिकारियों ने चार जिलों के स्कूलों का मुआयना किया। इस दौरान पांच शिक्षक गैरहाजिर मिले जिनमें 4 देहरादून और एक ऊधमसिंह नगर के शिक्षक हैं। शिक्षा मंत्री ने गैरहाजिर शिक्षकों को तबादला अतिदुर्गम क्षेत्र के स्कूलों में करने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षकों का अति दुर्गम में तबादला
गौरतलब है कि कि शिक्षा मंत्री शिक्षा व्यवस्था में बेहतरी लाने के लिए पूरी तरह से कमर कस चुके हैं। उन्होंने विभाग के अधिकारियों के साथ देहरादून, नैनीताल, पौड़ी और ऊधमसिंहनगर में स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री ने थानो जीआईसी, हाईस्कूल, शहीद नरपाल सिंह पूर्व माध्यमिक स्कूल का जायजा लिया। महानिदेशक कार्यालय के अनुसार चारों जिलों में करीब 75 स्कूलों का मुआयना किया गया। इन स्कूलों में कार्यरत 453 शिक्षक-कर्मियों में से 60 विधिवत छुट्टी पर थे और 12 विभागीय काम से छुट्टी पर थे। यहां बता दें कि इन स्कूलों में 5 शिक्षक बिना अनुमति अपनी ड्यूटी से गैरहाजिर थे। दून के बनियावाला राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से बिजेंद्र सिंह रावत और कौलागढ़ प्राथमिक स्कूल से प्रतीक्षा पुंडीर, अमर सिंह, अनीता सकलानी तथा जीआईसी सितारगंज सुरेश जोशी बिना अनुमति स्कूल से गायब थे। मंत्री ने इन सभी के अति दुर्गम इलाकों में तबादला करने के निर्देश दिए हैं।
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कुंजी से पढ़ाने वालों पर सख्ती
वहीं दूसरी तरफ मंत्री ने सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को इस बात के भी सख्त निर्देश दिए कि गाइड-कुंजी से पढ़ाई कराते हुए पकड़े गए शिक्षकों का तबादला अति दुर्गम क्षेत्र के स्कूलों में किया जाएगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बता दें कि देहरादून के स्कूलों के औचक निरीक्षण के दौरान एक स्कूल में कुंजी मिलने के बाद मंत्री ने यह निर्देश दिए। स्कूलों में बच्चों को किस तरह की शिक्षा दी जा रही है इसकी जांच के लिए स्कूलों में महानिदेशक से उपशिक्षा अधिकारी स्तर तक के अधिकारी भी समय-समय पर पढ़ाने जाएंगे।