देहरादून। सरकार की आबकारी नीति पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस पर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष अजय भट्ट ने जवाबी हमला किया है। भट्ट ने कहा कि विपक्ष के पास सरकार के खिलाफ बोलने के लिए कुछ नहीं है, शराब में माफिया का एकाधिकार टूटने से बौखला गई है इस वजह से अनाप-शनाप बयान दे रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले अपने कार्यकाल में बनी आबकारी नीति देखे। कांग्रेस ने प्रदेश को शराब माफिया के हाथ में सौंप दिया था।
इंदिरा ने लगाए आरोप
गौरतलब है कि राज्य सरकार की नई आबकारी नीति पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सवाल उठाते हुए कहा था कि इससे शराब तस्करी करने वालों को बढ़ावा मिलेगा। इंदिरा हृदयेश ने इस नीति पर दोबारा विचार करने और विपक्ष को भी इसमें शामिल करने की बता कही थी। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है। भट्ट ने कहा कि कांग्रेस की आबकारी नीति के चलते बाजार में खुली प्रतिस्पर्धा के बजाय उसके चहेते काबिज थे। बाजार से अच्छे ब्रांड गायब हो गए, घटिया ब्रांडों की बिक्री जबरन कराई जा रही थी।
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बेकार के आरोप
अजय भट्ट ने तो यहां तक कहा कि क्या कांग्रेस भूल गई कि उनके सीएम के सचिव का स्टिंग शराब माफिया को लाभ पहुंचाने के लिए हुआ था। उसने आबकारी विभाग के बजाय मंडी को शराब का काम सौंप दिया। कुछ खास कंपनियों की शराब बेचने को ठेकेदारों को मजबूर किया। अपनी सरकार ती नीतियों की तारीफ करते हुए अजय भट्ट ने कहा कि कांग्रेस के पास बोलने को कुछ नहीं है इसलिए गलत बयानबाजी कर रही है। भट्ट ने कहा कि जिलों में काम काज की रफ्तार पकड़ने से कांग्रेस बेचैन हो गई है।
सस्ता राशन कांग्रेस ने ही बंद किया
वहीं राशन की दुकानों में मिलने वाले सस्ते अनाज को लेकर भी भट्ट ने कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि सस्ता राशन तो कांग्रेस सरकार खुद ही करीब छह महीने पहले बंद कर चुकी थी।