देहरादून । पूर्व प्रधानमंत्री अलट बिहारी वाजपेयी के 'नवरत्नों' में शामिल रहे मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) भुवन चंद्र खंडूड़ी इन दिनों अपने बेटे मनीष के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर फिर से सुर्खियों में हैं। अपने बेटे के कांग्रेस में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि सबकी अपनी विचारधारा है, बेटे ने अपनी विचारधारा के चलते यह कदम उठाया है। लेकिन मैं भाजपा का सदस्य हूं और रहूंगा। अपनी आखिरी सांसों तक भाजपा के लिए समर्पित रहूंगा । अगर पार्टी उन्हें बेटे के खिलाफ चुनाव प्रचार करने के लिए कहेगी तो मैं इससे पीछे नहीं हटूंगा। मैं भाजपा को जीताने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा दूंगा ।
बेटे मनीष खंडूरी के कांग्रेस में शामिल होने और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उन्हें रक्षा समिति से हटाने संबंधी बयान पर बीसी खंडूड़ी ने कहा कि यह तो राजनीति है। राजनीति में कोई किसके नाम से फायदा उठा ले, इसमें वह भी क्या कर सकते हैं। इसमें किसी को दोष देना उचित नहीं है, क्योंकि राजनीति ऐसी चीज ही है। सभी की अपनी-अपनी विचारधारा है। बेटे की जो विचारधारा रही होगी, उसने वही कदम उठाया। इसमें वह भी कुछ नहीं कर सकते।
खंडूरी ने कहा , भाजपा ने मुझे बहुत सम्मान दिया। मेरा राष्ट्रीय व प्रदेश नेतृत्व से कोई शिकायत नहीं । अब थोड़े बहुत गतिरोध को परिवार के लोगों के बीच भी हो जाया करते हैं। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि मेरा परिवार से कोई संबंध नहीं। इस दौरान उन्होंने साफ किया कि अब वह लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा - मैंने 30 साल तक फौज की नौकरी की है। फौज ने मुझे बहुत कुछ दिया। फौज को लेकर उनकी कोई शिकायत नहीं है। रक्षा समिति के अध्यक्ष रहते बहुत सारे काम किए, जिनमें काफी पूरे हुए और कुछ किसी वजह से नहीं हुए होंगे।