देहरादून । उत्तराखंड में दो भाजपा विधायकों के बीच चला आ रहा गतिरोध जहां एक ओर हाईकोर्ट तक पहुंच गया है । वहीं इस विवाद में शामिल एक खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) रामलाल, सीएम त्रिवेंद्र रावत, पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी और प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से अपने खिलाफ साजिश करने वालों पर कार्रवाई की मांग की। चैंपियन अपने समर्थकों के खिलाफ मुकदमा होने से नाराज हैं । इतनाइस मामले में वे किसी का नाम नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि हालिया घटनाक्रम को मैं संगठन के शीर्ष नेताओं को बता चुका हूं । कुछ लोग षड्यंत्र कर रहे हैं। ऐसे लोगों को सबक सिखाकर ही दम लूंगा। मैं अपने आत्मसम्मान के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात करूंगा। साजिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कराऊंगा।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन और विधायक देशराज कर्णवाल के बीच कुछ मुद्दों को लेकर गतिरोध पैदा हुआ था । चैंपियन ने पिछले दिनों विधायक कर्णवाल के दस्तावेजों को नकली बताते हुए उनपर आरोप लगाए थे, जिसके बाद दोनों ने अलग अलग मंचों से एक दूसरे पर हल्ला बोलना शुरू कर दिया । पार्टी आलाकमान के आदेशों के बाद से दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ तो कोई विवादित बोल नहीं बोला , लेकिन इस बीच विधायक कर्णवाल ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है । उन्होंने याचिका दायर कर कहा कि साल 2007 में तीन लोगों ने उनका फर्जी राशनकार्ड और परिवार रजिस्टर बनाकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के सामने दिया था। जिसके बाद वह जांच में फर्जी पाया गया था।
इसके बाद विधायक कर्णवाल ने जयपाल पुत्र बदलूराम निवासी कोटवाल, हरिसिंह पुत्र गंगासिंह निवासी गंगनहर, सुरेंद्र दाबाने पुत्र मनफूल निवासी ताल्हापुर, मुजफ्फराबाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसकी जांच चल रही है। जानकारी के अनुसार, ये तीनों ही विधायक चैंपियन के करीबी बताए जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 2007 से अब तक पुलिस सिर्फ जांच ही कर रही है। इस मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इतना ही नहीं विधायक कर्णवाल ने विधायक चैंपियन पर भी आरोप लगाया कि जिला पंचायत चुनाव को लेकर चैंपियन मुझसे और मेरी पत्नी से रंजिश रखते हैं। पुलिस चैंपियन के दबाव में आकर अपना काम नहीं कर रही है। इस मामले में कोर्ट ने जांच अधिकारी को तलब किया है।
बहरहाल, इस मामले में चैंपियन ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को भी इस बारे में जानकारी दी है । खुद अजय भट्ट ने इस बारे में बताया कि विधायक चैंपियन का टेलीफोन आया था और समर्थकों के खिलाफ वारंट जारी होने की बात कही। सीएम के समक्ष समझौता होने के बाद चैंपियन और विधायक देशराज कर्णवाल ने एक-दूसरे के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की। यह दूसरा प्रकरण है। इसे दिखवा रहा हूं।