देहरादून । उत्तराखंड के चमोली में आई प्राकृतिक आपदा में अब तक 29 लोगों के शव मिले हैं । इसी क्रम में मंगलवार को बचाव और राहत कार्य बदस्तूर जारी है । चमोली में ग्लेशियर टूटने से आई तबाही के बाद अब पूरा फोकस राहत-बचाव के काम पर है । इस बीच सुरक्षाबलों की सबसे बड़ी मुश्किल तपोवन की टनल को साफ करने की है, जहां पूरी सुरंग कीचड़ से भरी हुई है । हालांकि अभी भी बचाव दल को लापता 171 लोगों की तलाश है । आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक संयुक्त टीम मंगलवार सुबह तपोवन टनल में दाखिल हुई है । टीम सुरंग के अंदर के जल स्तर की जांच करेगी जहां से मलबा साफ किया गया है ।
विशेष टीम सुरंग में ड्रिल कर रही
बता दें कि सुरंग को पूरी तरह साफ करने में अभी सफलता नहीं मिल पाई है। सेना समेत सुरक्षाबलों के जवान लगातार बचाव कार्यों में व्यस्त हैं । सेना ने सुरंग तक पहुंच बनाने की कोशिश में जुटी हुई है । इसी क्रम में गढ़वाल स्काउट्स के विशेषज्ञ पर्वतारोहियों की विशेष टीम सुरंग में ड्रिल करने के लिए काम कर रही है । ड्रिल करने में 3 से 4 घंटे लगेंगे, मलबा 100 मीटर तक साफ किया गया. हालांकि अब भी 80 मीटर रह गया है।
रैणी गांव में फिर शव मिले
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट प्रभावित हुआ था । इसमें 200 लोग लापता हुए थे ।पश्चिम बंगाल के भी पांच मजदूर बह गए थे । बंगाल के पांचों मजदूर पूर्वी मिदनापुर और पुरुलिया जिले के रहने वाले थे । राहत और बचाव कार्य के दौरान चमोली के रैणी गांव में दो और शव मिले हैं । रैणी गांव में ग्लेशियर का पहला असर देखने को मिला था जहां गांव के कई घर तेज पानी के बहाव में बह गए थे ।
यूपी सरकार के तीन मंत्री जाएंगे उत्तराखंड
इसी क्रम में मंगलवार को यूपी सरकार के तीन मंत्री उत्तराखंड में प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए जाएंगे । इनमें दो कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री उत्तराखंड में हादसे वाली जगह का दौरा करेंगे । कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी और बाढ़ राहत राज्यमंत्री विजय कश्यप उत्तराखंड जाएंगे । असल में सीएम योगी ने इस घटना को लेकर सोमवार शाम बैठक की थी । इस दौरान फैसला लिया गया कि हरिद्वार में यूपी के अधिकारी स्थिति की मॉनिटरिंग करेंगे । मॉनिटरिंग करने के लिए कमिश्नर और आईजी सहारनपुर हरिद्वार भेजे जाएंगे । राहत कार्यालय में सिंचाई विभाग और गृह विभाग के अधिकारी भी बैठेंगे । यूपी के पीड़ितों के परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से दो लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी ।
वायुसेना MI 17 बचाव कार्यों में लगाएगी
वायुसेना की ओर से आज Mi-17 को मिशन में लगाया गया है, जो देहदादून से जोशीमठ में NDRF के जवानों को पहुंचाएगा । जानकारी के मुताबिक, अभी तक 120 मीटर टनल खाली हो पाई है । ऐसे में अब कोशिश है कि टनल के जितना अंदर हो सके, जाया जाए ताकि लोगों को बचाने का मिशन आगे बढ़े । तपोवन टनल के पास सेना, SDRF, NDRF समेत कई एजेंसियां काम में जुटी हैं और फोकस है कि अंदर बचे लोगों को राहत पहुंचाई जा सके । देर रात तक काम चलता रहा और मंगलवार सुबह होते ही रेस्क्यू का काम शुरू हो गया । तपोवन टनल के पास जहां पर रेस्क्यू का मुख्य फोकस है, वहां पर सेना ने इमरजेंसी मेडिकल सिस्टम लागू कर दिया है। यहां 6 बेड का मेडिकल रूम बनाया गया है, ताकि जरूरत के वक्त तुरंत काम आ सके ।