देहरादून। उत्तराखंड में सेना की वर्दी को दागदार करने वाली एक और खबर का खुलासा हुआ है। लैंसडौन सेना सेंटर में तैनात एक क्लर्क के पास करोड़ों रुपये की संपत्ति का पता चला है। बता दें कि इस यूडीसी प्रताप सिंह रावत को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई जांच में आरोपी के पास आय से करीब चार गुना अधिक संपत्ति मिली है। सीबीआई ने अब क्लर्क के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति को लेकर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
करोड़ों का खुलासा
गौरतलब है कि इसी क्लर्क को पिछले साल चार लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। बता दें कि डिप्टी एसपी अनिल चंदौला ने आरोपी की संपत्ति की जांच की। जांच में आरोपी के पास से करीब 1.24 करोड़ रुपये संपत्ति मिली जबकि अगर उसके वेतन के हिसाब से उसकी संपत्ति करीब 35 लाख होनी चाहिए लेकिन उसके पास इतनी संपत्ति होना अपने आप में सवाल खड़े कर रहे हैं।
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नोटों के भरे बोरे फेंके
इसी बात की जांच करते हुए सीबीआई ने आय से अधिक संपत्ति का आरोपी मानते हुए सीबीआई की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। जबकि रिश्वत को लेकर क्लर्क के खिलाफ सीबीआई कोर्ट में पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। अब क्लर्क को सीबीआई के दो-दो मुकदमों का सामना करना होगा। आपको बता दें इस क्लर्क की संपत्ति का जैसे ही खुलासा हुआ उसकी पत्नी ने लाखों रुपये बोरे में भरकर घर के पिछवाड़े में फेंक दिया। सीबीआई ने उस रकम को भी बरामद कर सीज कर ली थी। इसके बाद संपत्ति की जांच की गई। जांच में पता चला कि रावत ने कई प्लाॅट खरीदे हुए हैं और कई इंश्योरेंस और फंड कंपनियों ने भी उसने बड़ा निवेश किया हुआ है। सीबीआई ने इसके दस्तावेज जुटाने के बाद आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की।