देहरादून। सिडकुल में हुए जमीन घोटाले की उच्च स्तरीय जांच होगी। यह घोटाला करीब 700 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। बता दें कि औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने के नाम पर खर्च किए गए रकम के अनुसार उद्योग नहीं लगाया गया।
पैसे खर्च हुए लेकिन उद्योग नहीं लगे
गौरतलब है कि सिडकुल सितारगंज, काशीपुर, रुद्रपुर समेत कई दूसरे स्थानों पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के नाम पर कई सालों में 700 करोड़ से अधिक का बजट ठिकाने लगाया गया है। यहां बता दें कि जितना बजट लगाया गया, उस अनुपात में न तो उद्योग इन क्षेत्रों में आ पाए न ही मौके पर खर्च के हिसाब से औद्योगिक क्षेत्र ही विकसित हो पाए।
ये भी पढ़ें - हरिद्वार-ऋषिकेश में गंगा किनारे पाॅलीथिन लेकर जाने वाले सावधान, एनजीटी ने लगाया बैन, इस्तेमाल...
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई
आपको बता दें कि पिछली सरकारों में हुए इस गोरखधंधे की शिकायतें जब मौजूदा मुख्यमंत्री तक पहुंची तो उन्होंने इसकी प्रारंभिक जांच कराई। प्रारंभिक जांच में जो भी तथ्य उभर कर सामने आए उसने सरकार को हैरान कर दिया। इसी जांच में घपले की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने इसकी उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।