देहरादून। उत्तराखंड में कांग्रेस के भितरघातियों ने पार्टी के माथे पर बल ला दिए हैं। अब ज्यादातर नेता और विधायक उनपर कठोर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपध्याय ने नेताओं को भरोसा दिलाया है कि भितरघातियों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। गुस्साए प्रत्याशियों ने यहां तक कह दिया कि यदि हाईकमान ने भितरघातियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो वो खुद ही ऐसे लोगों से निपटेंगे। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा के द्वारा गैरसैंण को राजधानी वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का विजन डाॅक्यूमेंट जारी करते समय भाजपा को इसकी याद क्यों नहीं आई?
भितरघातियों से भय का माहौल
गौरतलब है कि इन दिनों उत्तराखंड में चुनाव के परिणामों को लेकर कांग्रेस पार्टी समीक्षा बैठक कर रही है। कांग्रेस की समीक्षा बैठक में आईं भितरघात की शिकायतों ने कांग्रेस के माथे पर बल पड़ गए हैं। हालांकि मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय इसके बाद भी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। समीक्षा बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने नेताओं और विधायकों के साथ बंद कमरे में मुलाकात की। इसमें ज्यादातर नेताओं ने यह बताया के पार्टी को भितरघातियों के कारण सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। नेताओं और प्रत्याशियों ने अध्यक्ष से भितरघातियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। इन विधायकों ने कहा कि अगर इनपर कार्रवाई नहीं होती है तो वे खुद ऐसे लोगों से निपट लेंगे। प्रत्याशियों ने आलाकमान के कदमों पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की। इनमें रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर भी सवाल उठाए गए। नेताओं ने कहा कि प्रशांत किशोर की बातें तो उनकी समझ में आई ही नहीं। इन लोगों ने हाईकमान पर चुनाव के दौरान कम संसाधन देने के आरोप भी लगाए।
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हरदा ने किया भाजपा पर हमला
इस बैठक में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा के गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने वाले बयान पर हमला किया। रावत ने कहा कि भाजपा को अपना संकल्प पत्र बनाते समय इस बात का ख्याल क्यों नहीं आया। आपको बता दें कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा था कि अगर भाजपा सरकार में आती है तो गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इस बारे मंे नीति बिल्कुल साफ रही है। इसके लिए लगातार काम किया जा रहा है। सरकार का नया बजट सत्र गैरसैंण में ही होगा। हरदा ने कहा कि समय आने पर गैरसैंण को राजधानी बनाने का फैसला जनभावना के आधार पर लिया जाएगा।
समीक्षा बैठक का क्या मतलब!
हालांकि चुनाव नतीजे आने से पहले कांग्रेस के द्वारा जी रही समीक्षा बैठक करना किसी की समझ में नहीं आ रहा है। एक वरिष्ठ विधायक ने कहा कि, भला अभी से क्या कहा जा सकता है। जो भी रणनीति बनेगी वो चुनावी नतीजे के बाद ही बनेगी। ऐसे में यह बैठक समझ से परे है।