देहरादून। उत्तराखंड की सांस्कृति विरासत को काफी समृद्ध रही है। रोजगार की कमी के चलते यहां से काफी लोगों का पलायन हुआ। अपनी मातृभूमि से दूर होने के बावजूद यहां के लोगों ने अपनी संस्कृति को बचाया हुआ है। इसका नजारा न्यूजीलैंड में देखने को मिला, जहां प्रवासी उत्तराखंडियों ने ‘बाडुली 2017’ का आयोजन किया। इसमें उत्तराखंड से भी कलाकारों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था।
न्यूजीलैंड में पंजीकृत संस्था
गौरतलब है कि विश्वभर में फैले हुए उत्तराखंड के प्रवासी, विभिन्न क्षेत्रों में खूब नाम कमा रहे हैं। भारत से कई सौ किलोमीटर दूर न्यूजीलैंड में बसे उत्तराखंड के लोगों ने तो बाकायदा उत्तराखंड एसोसिएशन ऑफ न्यूजीलैंड (यूएएनजेड) के नाम से संस्था बनाई है। आपको बता दें कि यह संस्था न्यूजीलैंड में एक चेरिटेबल संस्था के रूप में पंजीकृत है। इस संस्था द्वारा समय समय पर सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसमें उत्तराखंड के प्रवासीजन ाामिल होते हैं।
न्यूजीलैंड में दिखी उत्तराखंडी संस्कृति की झलक
पिछले तीन सालों से यूएएनजेड न्यूजीलैंड में उत्तराखण्ड की संस्कृति को समर्पित भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इस साल भी ऑकलैंड शहर के एवोन्डेल कॉलेज में पूरे न्यूजीलैंड में रहने वाले उत्तराखंड मूल के लोगों द्वारा ‘बाडुली 2017’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। यूएएनजेड के आमंत्रण पर इस साल भारत से उत्तराखंड के प्रसिद्ध कलाकारों की टीम इस कार्यक्रम में पहुंची और लोगों को अपने गीतों से मंत्रमुग्ध कर दिया। आॅकलैंड में आयोजित बाडुली 2017 में उत्तराखंड से जुड़े करीब 400 परिवारों ने हिस्सा लिया। इसके साथ ही न्यूजीलैंड के स्थानीय लोगों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और देवभूमि की संस्कृति को जाना-समझा।
इन कलाकारों ने लिया हिस्सा
बाडुली 2017 में भाग लेने के लिए विशेष निमंत्रण पर उत्तराखंड से भी कलाकार न्यूजीलैंड आए हुए प्रसिद्ध गायकों और संगीतकारों की टीम में माया उपाध्याय, वीरेंद्र नेगी, मंगलेश डबराल, राकेश भारद्वाज और हास्य कलाकार कृष्णा बगौट आदि शामिल थे।