देहरादून। सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षा (सीपीएड-बीपीएड,डीपीएड) के अलावा अन्य विषय पढ़ाने वाले शिक्षकों को हर हाल में डीएलएड करना होगा। बता दें कि केन्द्र सरकार ने इन शिक्षकों को अप्रशिक्षित शिक्षकों की श्रेणी में रखा है जबकि राज्य सरकार ने उन्हें खुद को प्रशिक्षित श्रेणी में रखने को कहा था। असमंजस की स्थिति में फंसे इन शिक्षकों ने शिक्षा विभाग के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया था। शिक्षकों का कहना है कि विभाग ने ही उनलोगों को बीटीसी का प्रशिक्षण दिलाया था।
हर हाल में करना होगा कोर्स
गौरतलब है कि बेसिक निदेशक शारीरिक शिक्षा, शिक्षक वीएस रावत और एनआईओएस के क्षेत्रीय निदेशक प्रदीप रावत के साथ मुलाकात कर इस बात की जानकारी दी कि शारीरिक शिक्षा के अलावा दूसरे विषय पढ़ाने वाले सीपीएड-बीपीएड और डीपीएड शिक्षकों को हर हाल में डीएलएड कोर्स करना ही होगा। बता दें कि ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 2000 है। डीएलएड करने को अब राज्य में 30 हजार अप्रशिक्षित शिक्षकों ने एनआईओएस में आवेदन किए हैं।
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डीएलएड के साथ टीईटी भी जरूरी
डीएलएड की तैयारी कर रहे अप्रशिक्षित शिक्षकों को भविष्य में टीईटी भी पास करना होगा। एनसीईटीई का पत्र एनआईओएस और शिक्षा विभाग को मिला है। एनआईओएस के क्षेत्रीय निदेशक प्रदीप रावत ने कहा मानक के अनुसार प्राथमिक शिक्षक का डीएलएड के साथ टीईटी पास होना भी अनिवार्य है।