देहरादून। उत्तराखंड में इन दिनों हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना उन गरीबों को करना पड़ता जो रैन बसेरों या फिर खुले आसमान के नीचे अपनी रातें गुजारने पर मजबूर हैं। ऐसे लोगों की सुध लेने देहरादून के नए नवेले मेयर सुनील उनियाल गामा देर रात को शहर की व्यवस्थाएं जांचने खुद ही निकल पड़े। रैनबसेरों में पानी और रजाई की व्यवस्था नहीं होने पर मेसर साहब बुरी तरह से भड़क गए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि ‘गद्दे नहीं हैं तो किसी अधिकारी को क्यों नहीं बताया? पानी की व्यवस्था क्यों नहीं है? अगली बार रजाई नहीं मिली तो तुम्हें ठंड में खड़ा कर दूंगा।’
गौरतलब है कि दून शहर के रैनबसेरों और अलाव की व्यवस्थाओं से बेहद नाखुश मेयर गामा ने मौके पर ही अधिकारियों को फोन कर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। शहर के घंटाघर और बिंदाल पुल पर अलाव की व्यवस्था नहीं होने पर उन्होंने कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर किसी चीज की कमी है तो निगम के अधिकारियों को सूचना क्यों नहीं दी? वहीं पटेल नगर स्थित रैन बसेरे में पानी और रजाई की व्यवस्था न होने से वे और भड़क गए।
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यहां बता दें कि जब मेयर साहब कर्मचारियों पर भड़के तो कर्मचारियों ने बताया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद मेयर गामा ने मौके पर से ही अधिकारियों को फोन कर शनिवार को सभी चीजों की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें कि मेयर सुनील उनियाल गामा ने आम जनता और दानदाताओं से अपील करते हुए कहा कि वे रैन बसेरों की मदद के लिए आगे आएं ताकि गरीबों की मदद हो सके। मेयर ने कहा कि कई रैनबसेरों में कंबल, रजाई आदि की कमी है, ऐसे में मदद मिलने से रैनबसेरों की स्थिति और बेहतर हो सकती है। मदद करने वालों का नाम निगम में रिकाॅर्ड रखा जाएगा।