उत्तरकाशी। गंगोत्री जाने वाले श्रद्धालु अब वहां पूजा नहीं कर पाएंगे। गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए आज से बंद कर दिए गए। अब श्रद्धालु कल से अगले 6 महीनों तक मुखवा मंे गंगा की पूजा-अर्चना कर सकेंगे। बता दें कि कल केदारनाथ धाम और यमुनोत्री के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे।
माहौल हुआ भक्तिमय
गौरतलब है कि शुक्रवार की सुबह गंगोत्री धाम में पूजा-अर्चना के बाद गंगा जी की मूर्ति से मुकुट उतारा गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मां गंगा की भोग मूर्ति के दर्शन किए। दोपहर करीब 11 बजकर 40 बजे धनु लग्न अभीजीत मुहूर्त की शुभ बेला पर कपाट बंद किए गए। तीर्थ पुरोहितों के मंत्रोच्चार और महार रेजीमेंट की धुन के बीच पूरा माहौल भक्ति के रंग में रंग गया।
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यमुनोत्री के कपाट भी होंगे बंद
आपको बता दें कि परंपरागत ढोल दमाऊं की थाप के बीच तीर्थ पुरोहित गंगा की डोली को लेकर उनके शीतकालीन प्रवास मुखवा गांव के लिए पैदल रवाना हुए। मुखवा के करीब स्थित दुर्गा मंदिर मां गंगा रात्रि प्रवास करेंगी उसके बाद भैया दूज के दिन 21 अक्टूबर को मुखवा स्थित गंगा मंदिर में गंगा की मूर्ति को स्थापित किया जाएगा। शीतकाल में यहीं पर मां गंगा की पूजा अर्चना होगी। यमुनोत्री धाम के कपाट भी कल पूजा-अर्चना के बाद शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।