देहरादून। राज्य सरकार द्वारा गलत तरीके से छात्र को दाखिला देने के संबंध में उच्च शिक्षा निदेशक और प्राचार्यों के साथ कई अन्य अधिकारियों को निलंबित करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कई काॅलेजों द्वारा इसके विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया था। इसके बाद अब सरकार के सामने इस बात की जानकारी आई है कि इसमें दस्तावेजों पर फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे। सरकार अब इसकी जांच कराने की दिशा में काम कर रही है। यहां बता दें कि निलंबित उच्च शिक्षा निदेशक मेलकानी ने डाॅक्टर रणवीर सिंह के कार्यालय में ज्वाइन कर लिया है।
सरकार कराएगी जांच
गौरतलब है कि सरकार इस मामले में इसकी जांच भी शुरू की जा रही है। बता दें कि उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. मेलकानी ने प्रवेश की मंजूरी के पत्र में अपने हस्ताक्षर के फर्जी होने की शिकायत की है। उनका कहना है कि जिन हस्ताक्षर से मीमांसा का एडमिशन संस्तुत हुआ है, वो उनके नहीं है। अपर मुख्य सचिव डाॅक्टर रणवीर सिंह ने कहा कि डॉक्टर मेलकानी की शिकायत को भी गंभीरता से लिया गया है। इस पहलू को भी जांच में शामिल किया जाएगा।
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गलत तरीके से प्रवेश देने का आरोप
यहां गौर करने वाली बात है कि फिलहाल मेलकानी ने सिर्फ आरोप लगाए हैं अगर वे जांच के दौरान अपना पक्ष रखते हुए इस बात को रखेंगे तो उसकी भी जांच की जाएगी। बता दें कि हल्द्वानी के एमबीपीजी काॅलेज में अनुतीर्ण छात्रा मीमांसा को नए सिरे से उसकी कक्षा में प्रवेश देने के मामले में उच्च शिक्षा निदेशक समेत 5 लोगों को निलंबित किया जा चुका है और इन सभी लोगों को अलग-अलग दफ्तरों में संबद्ध कर दिया गया है।