देहरादून। प्लास्टिक का पूरी तरह से निस्तारण एक बड़ी समस्या है। प्रदेश में इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध होने के बावजूद धड़ल्ले से इसका उपयोग किया जा रहा है। अब पर्यावरण को प्लास्टिक के नुकसान से बचाने के लिए अनोखा उपाय किया जा रहा है। प्लास्टिक और अपशिष्ट कूड़े से ईंधन बनाने की तैयारी की जा रही है इसके लिए मुंबई की एक निजी कंपनी देहरादून में प्लांट लगाएगी। इससे शहर के साथ-साथ अन्य शहरों के 15 टन प्लास्टिक से रोज 700 सौ लीटर तक ईंधन तैयार किया जा सकेगा। बड़ी बात यह है कि इस प्लांट के लगने से राज्य के लोगों को रोजगार भी मिलेगा। बता दें कि प्लास्टिक के इस्तेमाल पर राज्य में पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है इसके बावजूद दुकानदार और व्यापारी बिना किसी डर के इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। पाॅलीथिन का डंपिंग ग्राउंड देहरादून में बनाया जाएगा और यहीं प्लांट भी लगाया जाएगा। दून के मेयर ने बताया कि इसके लिए जमीन की पहचान कर ली गई है और शीशमबाड़ा प्लांट के करीब ही जमीन दी जाएगी। आपको बता दें कि सरकार इस प्लांट के जरिए एक तीर से दो निशाने साधने की योजना बना रही है। पहला उद्देश्य तो प्लास्टिक से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को बचाना है और दूसरा युवाओं को रोजगार से जोड़ना भी है। अगर यह योजना अमल में आती है तो सरकार के साथ राज्य को भी काफी फायदा हो सकता है।
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