देहरादून। उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। पिथौरागढ़ में देर रात से हो रही तेज बारिश में मकान के गिरने से 1 व्यक्ति की मौत की खबर है वहीं राज्य के अलग-अलग हिस्सों में करीब 175 से ज्यादा संपर्क सड़कें भी पहाड़ों से मलबा आने की वजह से बंद हो गई हैं। इन रास्तों के बंद होने से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन के साथ ही एसडीआरएफ की टीम बंद सड़कों को खोलने में जुटी हुई है। प्रदेश में हो रही लगातार बारिश के चलते सभी नदियां उफान पर आ गई हैं जिससे पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों की मुसीबतें और बढ़ गई हैं। मौसम विभाग ने अभी राज्य के कुछ हिस्सों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, चमोली, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल पिथौरागढ़ जिलों में जोरदार बारिश होने की संभावना जताई है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल दोनों ही मंडलों में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। इस बारिश की वजह से सभी छोटी-बड़ी नदियां उफान पर आ गई हैं। इससे मैदानी इलाकों के साथ ही पहाड़ी इलाकों के लोगों की परेशानियों में जबर्दस्त इजाफा कर दिया है। नदियों के उफान पर आने से सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूली बच्चों को करना पड़ रहा है। कई जगहों पर नदियों को पार करने वाली पुलिया के बह जाने से उन्हें पानी के बीच में होकर ही स्कूल जाना पड़ रहा है।
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यहां बता दें कि मौसम विभाग ने इस बात की चेतावनी जारी की है कि आने वाले कुछ समय में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, चमोली, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल पिथौरागढ़ जिलों को भारी बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में चारधाम यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां गौर करने वाली बात है कि पिछले कुछ समय से हो रही बारिश की वजह से गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे के साथ ही बद्रीनाथ जाने वाले रास्तों पर भूस्खलन ने आम लोगों के साथ ही श्रद्धालुओं की परेशानियों में और इजाफा कर दिया है। भूस्खलन की वजह से पूरे राज्य में 175 से ज्यादा संपर्क सड़कें बंद हो गई हैं जिससे ग्रामीण इलाकों का संपर्क पूरी तरह से जिला मुख्यालय से कट गया है।