चमोली। उत्तराखंड के चमोली में कुदरत का कहर जारी है। देर रात हुई तेज बारिश के बाद चमोली के सगोन गांव में कई गौशालाएं बह गई हैं। सड़कों और खेतों पर मलबा आने से यात्रा मार्ग भी बंद हो गया है। बताया जा रहा है कि पहाड़ों से होने वाले लगातार भूस्खलन से बद्रीनाथ हाईवे एक बार फिर से लामबगड़ के पास बंद हो गया है। यहां बता दें कि प्रदेश में लगातार बारिश और भूस्खलन का सिलसिला जारी है। इससे इलाके के लोगों के साथ ही तीर्थयात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल चमोली में भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है।
गौरतलब है कि राज्य के ज्यादातर जिलों मंे लगातार भारी बारिश का दौर जारी है और मौसम विभाग ने अभी आने वाले 24 घंटों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। लगातार बारिश ने स्कूली बच्चों समेत आम लोगों की मुश्किलों में काफी इजाफा हो गया है। चमोली के सगोन गांव में देर रात हुई अतिवृष्टि की वजह से कई मकानों और गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है।
ये भी पढ़ें - रामनगर से गैरसैंण जा रही बस गिरी खाई में, 5 लोगों की मौत, 21 घायल, सीएम ने किया मृतकों के परि...
यहां बता दें कि पहाड़ों से हो रहे भूस्खलन की चपेट में आने से कई गौशालाओं के बहने की खबर है। हालांकि अभी बारिश और भूस्खलन से हुए नुकसान की पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है। लामबगड़ के पास बंद हुए बद्रीनाथ हाईवे को मंगलवार को यात्रा के लिए खोला गया था लेकिन रात से हो रहे भूस्खलन के बाद यह एक बार फिर से बंद हो गया है। प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम के द्वारा बंद रास्तों को खोलने का काम शुरू कर दिया गया है।