नैनीताल। राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में जल्द ही उत्तराखंड का इतिहास पढ़ाया जाएगा। कुमाऊं विश्वविद्यालय में इसके लिए पूरी तरह से तैयारी की जा चुकी है। राज्य का इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए प्रस्ताव शासन के पास भेजा जा चुका है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इसे मंजूरी मिल जाएगी। शासन से मंजूरी मिलते ही विश्वविद्यालय में इसकी पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। पहले चरण में छात्रों का क्या पढ़ाना है इसका सिलेबस भी तैयार कर लिया गया है। इस नए पाठ्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं को कुमाऊं और गढ़वाल के इतिहास पर ना सिर्फ पठन-पाठन करवाया जाएगा, बल्कि यहां के पौराणिक विषयों पर शोध करने का मौका भी मिलेगा। आपको बता दें कि देवभूमि के नाम से मशहूर उत्तराखंड में पुराने मंदिरों और यहां की कला संस्कृति के ऊपर अभी भी कई विश्वविद्यालय के छात्र शोध कर रहे हैं। कुमाऊं विश्वविद्यालय में राज्य के इतिहास की पढ़ाई शुरू होने से उन शोधार्थियों को भी मदद मिलेगी।
ये भी पढ़ें - उत्तरप्रदेश के शिक्षकों को उत्तराखंड सरकार का तोहफा, 99 शिक्षक अपने गृहनगर में मनाएंगे दिवाली