देहरादून। उत्तराखंड सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने भरपूर प्रयास कर रही है। अब रक्तचाप और शुगर जैसी बीमारियों की दवाई लेने वाले मरीजों को बार-बार अस्पताल आने की जरूरत नहीं होगी। सरकार नियमित रूप से दवाई खाने वाले मरीजों का सर्वे कर उन्हें डाक और दूसरे माध्यमों से घर पर ही दवाई उपलब्ध कराएगी। सरकार की इस योजना का लाभ राज्य के लाखों लोगों को मिलेगा।
गौरतलब है कि सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत तैयार की जाने वाली इस योजना में पहले फैमिली हेल्थ का सर्वे कराया जाएगा। इस सर्वे के तहत राज्य के हर परिवार का डेटा बेस तैयार होगा। इसके आधार पर अलग-अलग बीमारियों के मरीजों का चार्ट तैयार होगा। जिससे सरकार को यह पता चल सके कि राज्य में किस बीमारी के कितने मरीज हैं। इस सर्वे के आधार पर सरकार स्वास्थ्य की प्राथमिकताएं भी तय कर सकेगी। सामान्य बीमारियों के डाटा के साथ ही इससे डेंगू, मलेरिया और स्वाइन फ्लू जैसी संक्रामक बीमारियों के आंकड़े भी सामने आएंगे।
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यहां गौर करने वाली बात है कि सरकार की तरफ से यूनिवर्सल कार्ड योजना शुरू की जा रही है जिससे करीब 22 लाख लोगों को इसका फायदा मिलेगा। वहीं आयुष्मान भारत योजना के तहत बीपीएल परिवारों को 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा मिलेगा। इसके अलावा राज्य सरकार भी लोगों को अपनी तरफ से बीमा सुविधा देगी लेकिन अभी उसकी राशि तय नहीं की गई है। अब मरीजों का सर्वे कराने के बाद उनके लिए ई-कार्ड तैयार किया जाएगा इसके बाद एनएचएम के तहत इन सभी मरीजों को उनके घरों पर ही दवाई पहुंचाने का काम शुरू किया जाएगा।