देहरादून। राज्य में फर्जी राशन कार्ड के आधार पर खाद्यान्न बांटने का मामला सामने आया है। एक शिकायतकर्ता के द्वारा 11 राशन डीलरों की शिकायत सीएम और डीएम से की गई थी इसके बाद जिलापूर्ति अधिकारी विपिन कुमार ने जांच बैठा दी है। जांच की सूचना मिलने के बाद राशन डीलरों में हड़कंप मचा हुआ है।
11 डीलरों के खिलाफ शिकायत
बता दें कि दून के एक अधिवक्ता द्वारा 11 राशन डीलरों के नाम सीएम और देहरादून के डीएम मुरुगेशन से शिकायत की थी इसमें कहा गया था कि ये लोग फर्जी राशन कार्ड के आधार पर राशन का घोटाला कर रहे हैं। फर्जी राशन कार्ड रखने वाले डीलरों में चुक्खूवाला से रवि शर्मा और राजेंद्र अग्रवाल, कारगी से मयंक गुप्ता, डाकरा के नरेंद्र सिंह चंदेल, कांवली रोड से नीरज, परिसीमन क्षेत्र कुसुम लता शर्मा, जीएमएस रोड सुशील कुमार, रेस्ट कैंप धर्मपुर सचिन बंसल, परिसीमन क्षेत्र विमला शर्मा, चकराता रोड से हरबंस सिंह एवं संस, रेसकोर्स पुलिस लाइन से राजेश सजवाण के नाम शिकायती पत्र में हैं।
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फूड इंस्पेक्टर पर गिरेगी गाज
गौरतलब है कि इस मामले को डीएम ने गंभीरता से लिया है और राशन डीलरों के खिलाफ जांच बैठा दी है और जिलापूर्ति अधिकारी को 15 दिन में जांचकर रिपोर्ट मांगी है। जिलापूर्ति अधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। अब राज्य के राशन डीलरों के साथ फूड इंस्पेक्टरों में भी हड़कंप मचा हुआ है क्योंकि सभी राशन कार्ड पर फूड इंस्पेक्टर की मुहर लगी होती है। ऐसे में अगर फर्जीवाड़ा का पता चलता है तो इनपर भी कार्रवाईकी जा सकती है।