देहरादून। उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस के एम जोसेफ का सुप्रीम कोर्ट का जज बनने का रास्ता साफ हो गया है। शुक्रवार को केन्द्र सरकार ने काॅलेजियम के द्वारा भेजी गई सिफारिश को मंजूरी दे दी है। बता दें कि पहली बार काॅलेजियम द्वारा भेजी गई सिफारिश को केंद्र सरकार ने वापस लौटा दिया था। जस्टिस के. एम. जोसेफ के साथ ही मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस इंदिरा बनर्जी और उड़ीसा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विनीत शरण को भी पदोन्नति देकर सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया जा सकता है। खबरों के अनुसार अगले सप्हात राष्ट्रपति सचिवालय से इस संबंध में आदेश जारी किया जा सकता है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसेफ को सुप्रीम कोर्ट के जज के पद नियुक्ति देने को लेकर काफी बवाल हुआ था। सुप्रीम कोर्ट की काॅलेजियम द्वारा पहली बार केंद्र सरकार को भेजी गई उनके नाम की सिफारिश को सरकार ने ऐतराज जताते हुए वापस कर दिया था। इसके बाद मई में मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में हुई काॅलेजियम की बैठक में दोबारा नाम भेजने का फैसला लिया गया था।
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बता दें कि कोलेजियम ने अपनी पहली सिफारिश में जस्टिस जोसेफ के साथ इंदु मल्होत्रा का नाम सुप्रीम कोर्ट के जज के लिए भेजा था जिसमें रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाले कानून मंत्रालय ने मल्होत्रा के नाम को मंजूरी दे दी थी लेकिन जस्टिस जोसेफ पर एक आपत्ति भरा नोट लिख कर उसे वापस कर दिया था। जस्टिस के एम जोसेफ के साथ मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस इंदिरा बनर्जी और उड़ीसा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विनीत शरण को भी पदोन्नति देकर सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया जा सकता है।