खटीमा। बैंक से लोन लेकर उसे चुकता करने के बजाय डकारने वालों पर कार्रवाई के साथ उनके जमानतियों पर भी गाज गिर सकती है। पुलिस की जांच में इस ऊधमसिंह नगर में बैंक से लोन लेने के दौरान दिए जमीनों के 19 में से 10 काश्तकारों द्वारा लगाई गई खतौनी फर्जी मिली है। यहां बता दें कि एसबीआई की चकरपुर शाखा से 6 जुलाई 2016 से जनवरी 2017 तक 19 लोगों को करीब सवा करोड़ रुपये का ऋण मुहैया कराया गया था लेकिन जब सत्यापन के लिए जांच दल पहुंचा तो सभी दस्तावेज फर्जी पाए। इसके बाद बैंक ने दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया और 19 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई। पुलिस की अब तक की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसमें यह भी पता चला कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऋण दिलाने वालों का एक गिरोह काम कर रहा था जिसमें हर किसी का कमीशन तय रहता था। पुलिस का कहना है लोन लेने वालों की जमानत देने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। अब तहसील स्तर से इस बात की जांच कराई जा रही है कि यह खतौनी कहां से और कैसे जारी हुई हैं। यहां यह भी बता दें कि चंदेली गांव में बैंक के दबाव के बाद एक किसान की हार्टअटैक से मौत हो गई है। परिजनों का आरोप है कि एसबीआइ बैंक के कर्मी के फोन आने के बाद ही अटैक पड़ा है। किसान के ऊपर अलग-अलग बैंकों से लगभग 13 लाख रुपये का कर्ज बताया जा रहा है। एक साल पहले दो बैंकों ने आरसी भी काट रखी है। कर्ज के बोझ से वह सदमे में था।
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